मीरजापुर, 14 अगस्त
कम बारिश का असर सोनांचल में दिखने लगा है। किसानों को सिंचाई की दिक्कत शुरू हो गई है। जनपद के सारे बांधों में पानी चंद दिनों के लिए बचा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री एवं जनपद की सांसद अनुप्रिया पटेल ने आज सोमवार को जनपद के सभी प्रमुख बांधों का दौरा कर स्थिति का जायज़ा लिया और संबंधित सिंचाई अभियंताओं से बांधों की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि यह सुनिश्चित कराया जाए कि किसानों को सिचांई के लिये किसी प्रकार की दिक्कत न होने पाए, जलाशयों में पानी उपलब्ध होने पर किसानों को उपलब्ध कराया जाए।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल को अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में अदवा डैम में 20 दिन, मेजा डैम में 12 दिन, सीरसी डैम में 10 दिन, जरगो डैम में 20 दिन और अहरौरा डैम में 4 दिन का सिंचाई हेतु पानी शेष होना बताया। वर्तमान में अवक्षेपण के कारण अभी जनपद में ख़रीफ़ की मुख्य फ़सल धान की रोपाई औसत एक चौथाई भी नहीं हो पाई है, उक्त स्थिति से अवगत होते हुए सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री चिंतित दिखीं और किसानों की खेती का भविष्य और आगामी पेयजल की चुनौती को देखते हुए अधिकारियों से अभी से इसके वैकल्पिक व्यवस्था पर काम करने और इस समस्या के स्थायी निदान निकालने हेतु जुटने का निर्देश दिया।
मेजा डैम पर उपस्थित क्षेत्रीय किसानों ने भी बाण सागर डैम के पानी को ले आने और इससे सीरसी डैम के निचले हिस्से तथा अपर खजुरी, लोवर खजूरी कमाण्ड में देने की बात उठायी तो विभागीय अभियंता द्वारा अवगत कराया गया की आज अदवा बैराज से 900 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो अभी डैम मैं नहीं आ पाया है। डैम में पानी आ जाने के बाद लगभग 4 मीटर जब डैम में पानी और उपर आ जायेगा तब अपर खजूरी या लोवर खजूरी को मेजा-जरगो लिकं में पानी दिया जा सकेगा, परंतु अभी उक्त मेजा जरगो लिकं से 4 मीटर नीचे लेबल रहने के कारण आगे को पानी देना संम्भव नहीं है। साथ ही यह भी अवगत कराया गया था कि जितना पानी बाण सागर से 900 क्यूसेक आने की संभावना है इससे अत्यधिक पानी अभी हमें सिंचाई हेतु इस डैम से मेजा कमाण्ड को देना पड़ रहा है।
निरीक्षण में मैदानी क्षेत्र के जरगो और अहरौरा डैमों की स्थिति भी अत्यंत भयावह पाया, वैकल्पिक व्यवस्था हेतु नरायनपुर पम्प कैनाल की क्षमता वृद्धि के सम्बन्ध मे मूसा खाँड़ डिवीजन वाराणसी द्वारा दूर भाष पर अवगत कराया गया कि 120 क्यूसेक की जगह 150 क्यूसेक के नए पम्प लग रहे हैं जिसमें से 13 पम्प स्थल पर आ चुके हैं 3 पम्प स्थापित होकर चल रहे हैं, 2 पंप स्थापना के प्रक्रिया में हैं और शेष सभी पंप मार्च तक स्थापित हो जाएंगे। वर्तमान में 3 नए 150 और 7 पुराने 120 क्यूसेक से कुल 10 पम्प चल रहे हैं।
आज के दौर में विभिन्न स्थानों पर मिलें किसान बंधुओं की चिंता को जायज़ मानते हुए केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने सभी से इस भयावह स्थिति से धैर्य निपटने की अपील की तथा केन्द्र व प्रदेश की सरकार की तरफ़ से जो भी अनुमन्य सुविधा होगा उसे दिलाने का भरोसा दिलाया और इस विकट समस्या के स्थायी निदान हेतु पूरा प्रयास करने की बात कही।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष इंजीनियर राम लौटन बिन्द, राष्ट्रीय महासचिव रमाशंकर पटेल, राष्ट्रीय सचिव किसान मंच रमाकान्त पटेल, दर्जा प्राप्त पूर्व मंत्री राम लखन पटेल, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रेखा वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अनिल सिंह पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष चिकित्सा मंच डॉ एस पी पटेल, जिला महामंत्री हरिशंकर पटेल, जग प्रकाश कोल, प्रदेश सचिव व्यापार मंत्री राजेन्द्र सिंह टोपी, युवा मंच जिलाध्यक्ष उदय पटेल, अरूणेश पटेल, राजकुमार पटेल, धनंजय पटेल, तुलसीदास पाल, विकास सोनकर, शशी पटेल, आदि उपस्थित रहें।