बलिराम सिंह, बलिया/लखनऊ
आखिरकार निर्वतमान भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव का भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मधुर संबंध भी काम नहीं आया, उन्हें जिलाध्यक्ष पद से हटाकर उनकी जगह पर ब्राह्मण समाज से आने वाले संजय मिश्रा को बलिया जनपद का नया जिलाध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
जनपद में ब्राह्मण समाज को बैलेंस करने के लिए संजय मिश्रा को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। उनका चयन जनपद के 52 आवेदन करने वाले नेताओं में से किया गया है। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने खुद संजय मिश्रा की घोषणा की।
जनपद के निधरिया के रहने वाले संजय मिश्रा का भाजपा में लंबा अनुभव है। वह पहले दो बार जिला महामंत्री रह चुके हैं। फिलहाल उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभा रहे थे। इसके अलावा वह बजरंग दल में भी सक्रिय रह चुके हैं।
जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने पर संजय मिश्रा ने कहा कि यह जिम्मेदारी उन्हें कार्यकर्ताओं के आशीर्वाद और प्रदेश नेतृत्व के भरोसे से मिली है। उन्होंने 2027 के विधानसभा चुनाव में बलिया की सभी सात सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
बलिया की सातों सीटों पर अन्य समाज का कब्जा:
फिलहाल बलिया की सात विधानसभा सीटों में से दो पर भाजपा, तीन पर सपा, एक पर बसपा और एक पर भाजपा की सहयोगी पार्टी सुभासपा का कब्जा है। जहां तक जाति की बात करें तो तीन राजपूत, दो यादव, एक मुस्लिम और एक दलित समाज से विधायक हैं। इनके अलावा दोनों सांसद सनातन पांडेय और रमाशंकर राजभर समाजवादी पार्टी से हैं।
जनपद से दो चेहरे योगी सरकार में मंत्री हैं और इनमें से एक दयाशंकर सिंह राजपूत और दानिश आजाद अंसारी मुस्लिम समाज से हैं।
इन सभी समीकरण को देखते हुए भाजपा नेतृत्व ने ब्राह्मण समाज पर दाव लगाते हुए संजय मिश्रा को जनपद की जिम्मेदारी दी है। ताकि सपा सांसद सनातन पांडेय के बढ़ते जनाधार को रोका जा सके।


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