यूपी80 न्यूज, लखनऊ
“उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh की योगी सरकार Yogi Govt द्वारा आलू Potato का समर्थन मूल्य MSP 650 रुपए प्रति कुंतल घोषित करना किसानों Farmers के जख्म पर नमक छिड़कने जैसा है।“ राष्ट्रीय लोकदल RLD के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे Anil Dubey ने यह विचार व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार से आलू का घोषित समर्थन मूल्य तत्काल वापस लेने की मांग की है।
रालोद प्रवक्ता ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से कर्जे में डूब रहे किसानों को बचाने की मांग करते हुए कहा है कि कड़ी मेहनत और पसीने से उगाया गया किसान का आलू मिट्टी में मिल रहा है। श्री दुबे ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जो आलू का समर्थन मूल्य घोषित किया है वह ऊँट के मुंह में जीरे के समान है। किसान के आलू की लागत 1100 रुपये प्रति कुन्तल आ रही है और सरकार ने 650 रुपये प्रति कुंतल का रेट घोषित किया है। ऐसे में किसान अपने आलू की बिक्री कैसे करें? आलू की पैदावार को देखते हुए राज्य सरकार को आलू के निर्यात करने का निर्णय लेना चाहिए, क्योंकि अगर किसानों की फसल का उचित मूल्य नहीं मिला तो किसान सालों तक कर्जे से मुक्त नहीं हो पायेंगे।
अभी तो किसान आलू की मांग को लेकर परेशान है और शीतगृह का भाड़ा 260 रुपये प्रति कुन्तल करने की सिफारिश हो रही है जो किसानों की बर्बादी के लिए एक और बड़ा कदम होगा। उन्होंने राज्य सरकार से आलू की खेती को प्रोत्साहन देने तथा आगरा में आलू निर्यात केन्द्र की स्थापना करने तथा आलू किसानों के लिए विशेष सहायता राशि घोषित करने की मांग करते हुए कहा कि जल्द ही सरकार द्वारा निर्णय नहीं लिया गया तो किसानों को अपना आलू सड़क पर फेंकने के लिए मजबूर होना पडे़गा।