पीएम मोदी PM Modi को 28 दिन बाद दी जाएगी दूसरी डोज, सोमवार से टीकाकरण Vaccination का दूसरा चरण शुरू
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM Narendra Modi ने सोमवार को दिल्ली स्थित एम्स AIIMS में कोरोना वायरस टीके की पहली डोज लगवा ली है। सोमवार से टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण के तहत 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका लगवाने की शुरूआत हुई है। पीएम मोदी PM Modi 70 साल के हैं और अब वे टीका लगवाने के योग्य हैं। पीएम मोदी को वैक्सीन Vaccine की पहली डोज दी गई है। उन्हें दूसरी डोज 28 दिन बाद दी जाएगी।
बता दें कि भारत में पिछले महीने टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई थी। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारी और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया। बता दें कि पहले चरण में टीकाकरण अभियान शुरू होने के दौरान विपक्ष ने पीएम मोदी पर निशाना साधा था और सवाल किया था कि पीएम मोदी खुद वैक्सीन क्यों नहीं लगवा रहे हैं? पीएम मोदी ने अपनी बारी आने का इंतजार किया और आज दूसरे चरण में टीका लगवाया।
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पीएम मोदी को भारत बायोटेक की बनाई कोवैक्सीन का डोज दिया गया है। शुरू में इस वैक्सीन पर सवाल खड़ा किया गया था। लेकिन आज पीएम ने इस वैक्सीन का डोज लेकर सारे सवालों पर विराम लगा दिया।
पुडुचेरी की नर्स ने वैक्सीन लगाई:
पीएम मोदी को दिल्ली स्थित एम्स में पुडुचेरी की रहने वाली सिस्टर निवेदा ने वैक्सीन दिया। तस्वीर में दिखने वाली दूसरी नर्स केरल की हैं।
लोगों में वैक्सीन के प्रति बढ़ेगी स्वीकार्यता:
पीएम मोदी के वैक्सीन लगवाने से लोगों में वैक्सीन के प्रति स्वीकार्यता बढ़ेगी। भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष घनश्याम पटेल कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने कोरोना का टीका लगवाकर विपक्ष का मुंह बंद कर दिया है। स्वदेशी निर्मित यह वैक्सीन भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ता कदम है। भारत में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भारतीय वैज्ञानिकों के द्वारा किया गया शोध का सुफल परिणाम है और भारतवासियों के भीतर विश्वास का सबसे बड़ा प्रमाण है।
भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य एवं बिहार के सह प्रभारी संजय सिंह कहते हैं कि पीएम मोदी जी के वैक्सीन लगवाने से अब विपक्ष को भी वैक्सीन पर भरोसा हो जाएगा। वैक्सीन की प्रमाणिकता और स्वीकार्यता लोगों में बढ़ेगी। स्वदेशी टीका भी विदेशों से आयातित टीका से बेहतर है। हम किसी भी समस्या का समाधान अपने देश में ही खोज सकते हैं। यह टीका हम विदेशों को भी भेज रहे हैं। साभार: www.sehat365.com
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