यूपी80 न्यूज, लखनऊ
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी व महापौर प्रत्याशी अंजू भट्ट ने शुक्रवार को नगर निगम के भ्रष्टाचार पर हमला बोलते हुए कहा कि हर व्यक्ति का 90 प्रतिशत काम नगर निगम से होता है। जैसे गंदगी की सफाई, कूड़े की शिकायत, लाइटनिंग की व्यवस्था, जन्म प्रमाण पत्र -मृत्यु प्रमाण पत्र आदि पर नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से जनमानस को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
वैभव महेश्वरी ने कहा कि लखनऊ की एक प्रॉपर्टी का टैक्स एक करोड़ देना था, लेकिन नगर निगम ने उसे 10 लाख में सेट कर दिया और इस तरह के सेटलमेंट के पैसों की जानकारी कभी बाहर नहीं आ पाती, भ्रष्ट अधिकारी उसे खा जाते हैं। नगर निगम के 10000 कर्मचारियों का पीएफ फंड भ्रष्ट अधिकारियों की भेंट चढ़ गया। लखनऊ के 2 लाख घरों से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है। माहेश्वरी ने बताया कि लखनऊ में सफाई का बजट 140 करोड़ रुपया है, बावजूद इसके घरों से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है।
वैभव महेश्वरी ने कहा कि नगर निगम की लापरवाही की वजह से प्रति वर्ष 9 करोड़ का घोटाला हो रहा है। कई जगह कूड़े के पहाड़ बनते जा रहे हैं ।
आम आदमी पार्टी से महापौर प्रत्याशी अंजू भट्ट ने कहा कि मैं राजनीति में नया चेहरा हूं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मुझे अपने क्षेत्र की खबर नहीं है। शहर में फैले भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं से दुखी होकर मैं राजनीति में आई हूं। मैं ऐसी महापौर प्रत्याशी बनकर नहीं रहना चाहती, जो शिलान्यास, लोकार्पण, उद्घाटन और रिबन काटने का काम करें और इसके अलावा कुछ नहीं। अवैध पार्किंग की समस्याओं से लखनऊ नगर निगम पूरी तरह पीड़ित है जो किसी न किसी भ्रष्ट अधिकारी के इशारों पर हो रहा है। उन्होंने 12 अवैध पार्किंग की जगहों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कानूनन इन जगहों पर गाड़ियों के पैसे नहीं वसूले जा सकते, फिर भी यह काम धड़ल्ले से चल रहा है। अंजू भट्ट ने बताया कि नगर निगम में 290 ऐसे कर्मचारी हैं, जिनका कोई विवरण नहीं है, न ही वह नौकरी कर रहे हैं पर फर्जी नाम दिखाकर सैनिटाइजर के नाम पर 12 करोड़ इस चीज के वसूले गए कि उन्हें वितरित करना है जबकि वह घोस्ट कर्मचारी हैं।
