जदयू-लोजपा की खींचतान में चिराग पासवान Chirag Paswan का बी प्लान
यूपी80 न्यूज, पटना
बिहार में लोजपा LJP प्रमुख चिराग पासवान Chirag Paswan और जदयू JDU के बीच चल रही खींचतान में लोजपा सांसद पशुपति कुमार पारस की लॉटरी निकल सकती है। काफी समय से नाराज चल रहे पशुपति कुमार पारस MP Pashupati Kumar Paras को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
बिहार विधान सभा चुनाव में एकमात्र सीट जीतने वाली चिराग पासवान की पार्टी लोजपा फिलहाल हाशिए पर चल रही थी। लेकिन बीजेपी BJP ने रामविलास पासवान Ram Vilas Paswan को मरणोपरांत पद्मभूषण सम्मान देकर एक संदेश दिया और पिछले सप्ताह एनडीए की सर्वदलीय बैठक में लोजपा प्रमुख चिराग पासवान को आमंत्रित किया। हालांकि जदयू की नाराजगी को देखते हुए अंत में चिराग पासवान को बैठक से दूर होना पड़ा। लेकिन जदयू की नाराजगी के बावजूद बीजेपी चिराग पासवान को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। ऐसी स्थिति में चिराग पासवान ने प्लान बी पर काम करना शुरू कर दिया है।
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जानकारी के अनुसार प्लान बी के तहत चिराग पासवान ने जदयू की नाराजगी को देखते हुए खुद की जगह अपने चाचा एवं हाजीपुर के सांसद पशुपति कुमार पारस के आगे बढ़ाने की रणनीति बना रहे हैं। मोदी मंत्रिमंडल विस्तार में पशुपति कुमार पारस को जगह मिल सकती है। जानकारों का कहना है कि मोदी मंत्रिमंडल में पशुपति कुमार पारस जगह मिलने से नीतीश कुमार भी खास विरोध नहीं कर पाएंगे। क्योंकि नीतीश कुमार का वोट बैंक भी सामाजिक न्याय से जुड़ा वर्ग है। ऐसे में वह दलित समाज से आने वाले पशुपति कुमार पारस का विरोध नहीं करेंगे। इसके अलावा लोजपा में पुराने नेताओं का गुट संतुष्ट हो जाएगा और पशुपति कुमार पारस की नाराजगी भी दूर हो जाएगी।
पार्टी विस्तार पर काम करेंगे चिराग पासवान:
अपने चाचा को मंत्री बनाए जाने के बाद चिराग पासवान पार्टी के विस्तार पर काम करेंगे। पार्टी को बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में मजबूती देने का काम करेंगे। सूत्रों का कहना है कि चिराग पासवान के बी प्लान से बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व सहमत है। हालांकि अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शतरंज की इस बिसात पर जदयू की अगली चाल क्या होती है। साभार: www.darbhangatimes.com
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