यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन एवं इसके सहयोगी निगमों में मानक से कम आउटसोर्स कर्मचारियों को तैनात कर अनुरक्षण व परिचालन का कार्य कराया जा रहा है। भीषण गर्मी में उपभोक्ताओं को निर्वाध विद्युत आपूर्ति जहाँ चुनौती बनी हुई है, वहीं, दूसरी तरफ अनुरक्षण व परिचालन कार्य में तैनात कर्मचारियों में लगभग दस प्रतिशत कर्मचारियों से अधिकारियों द्वारा अपना निजी कार्य कराया जा रहा है। शेष बचे 90 प्रतिशत कर्मचारियों में से लगभग 40 प्रतिशत कर्मचारियों से असिस्टेंट मीटर रीडिंग पावर कारपोरेशन आपके द्वार नामक ऐप के माध्यम से उपभोक्ताओं की मीटर की रीडिंग करायी जा रही है, जबकि एजेन्सियों द्वारा पिछले कई वर्षों से उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग का कार्य किया जा रहा है।
ऐसे में ये सवाल उठता है कि इतने भीषण गर्मी में एक माह में दो बार मीटर रीडिंग लेने का क्या उद्देश्य है। शेष बचे 50 प्रतिशत कर्मचारियों से सुरक्षा उपकरण दिए बगैर दबाव बनाकर अनुरक्षण व परिचालन का कार्य कराया जा रहा है, जिससे बड़े पैमाने पर बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों की दुर्घटनाओं में मृत्यु हो रही है। वहीं, दूसरी तरफ उपभोक्ताओं को घंटों बिजली के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा, संविदा कर्मचारी संघ के महामंत्री देवेंद्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि संघ ने प्रबन्ध निदेशक पावर कारपोरेशन को पत्र लिखकर अनुरक्षण व परिचालन कार्य में तैनात बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों से असिस्टेंट मीटर रीडिंग, पावर कारपोरेशन आपके द्वारा नामक ऐप से उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग न कराने की मांग की है।