• About
  • Advertise
  • Contact
Friday, August 1, 2025
UP80
  • होम
  • यूपी
  • बिहार
  • दिल्ली
  • राजनीति
  • देश
  • विदेश
  • अन्य राज्य
No Result
View All Result
  • होम
  • यूपी
  • बिहार
  • दिल्ली
  • राजनीति
  • देश
  • विदेश
  • अन्य राज्य
No Result
View All Result
UP80
No Result
View All Result
Home देश

जनरल से ज्यादा ओबीसी का कट ऑफ, ये कैसा आरक्षण है!

up80.online by up80.online
December 5, 2019
in देश, बड़ी खबर
0
obc reservation

जनरल से ज्यादा ओबीसी का कट ऑफ, लोक

0
SHARES
Share on FacebookShare on TwitterLinkedinWhatsappTelegramEmail

अनुप्रिया पटेल ने मांग की कि किसी भी परिस्थिति में यदि आरक्षित वर्ग का कैंडिडेट सामान्य वर्ग के समान या उससे अधिक नंबर पाता है तो ऐसे कैंडिडेट को अनारक्षित कोटे में नौकरी दी जाय।

नई दिल्ली, 5 दिसंबर

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने गुरुवार को लोकसभा में शून्य काल के दौरान सरकारी भर्तियों में ओबीसी वर्ग के अभ्यार्थियों का कट ऑफ सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों से ज्यादा का मामला उठाया। श्रीमती पटेल ने मांग की कि किसी भी परिस्थिति में यदि आरक्षित वर्ग का कैंडिडेट सामान्य वर्ग के समान या उससे अधिक नंबर पाता है तो ऐसे कैंडिडेट को अनारक्षित कोटे में नौकरी दी जाय। अगर ऐसा नहीं हुआ तो आरक्षित वर्ग संविधान प्रदत्त आरक्षण के अधिकार से वंचित होंगे।

अनुप्रिया पटेल ने लोकसभा में अपनी बात रखते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, झारखंड, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों से लगातार ख़बरें आ रही हैं कि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों का कट ऑफ सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों से ज़्यादा है। ऐसे रिजल्ट का मतलब ये है कि अगर आप रिजर्व कटेगरी की हैं तो सेलेक्ट होने के लिए आपको जनरल कटेगरी के कट ऑफ से ज्यादा नंबर लाने होंगे।

1 हाल ही में उत्तर प्रदेश के होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति में सामान्य वर्ग का कटऑफ 86 तो ओबीसी कटेगरी का 99 फीसदी रहा।

2.राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (आरएएस) परीक्षा, 2013 में ओबीसी कटेगरी का कट ऑफ 381 और जनरल कटेगरी का कट ऑफ 350 रहा।

3.रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के सब इंसपेक्टर के लिए बनी मेरिट लिस्ट में ओबीसी कटेगरी का कट ऑफ 95.53 प्रतिशत रहा जबकि इससे कम 94.59 परसेंट लाने वाले जनरल कटेगरी के कैंडिडेट सेलेक्ट हो गए।

4.दिल्ली सरकार ने शिक्षकों की नियुक्ति के लिए एससी कैंडिडेट की कट ऑफ 85.45 परसेंट निर्धारित की गई, जबकि जनरल कटेगरी की कट ऑफ उससे काफी कम 80.96 परसेंट निर्धारित की गई।

5. मध्य प्रदेश में टेक्सेसन असिस्टेंट की परीक्षा में भी ओबीसी का कट ऑफ जनरल से ऊपर चला गया। ऐसा कई राज्यों में हो रहा है।

यह भी पढ़िए: लोकसभा में 120 ओबीसी सांसद, लेकिन पिछड़ों के हक की आवाज हैं एकमात्र अनुप्रिया पटेल

चूंकि वैधानिक प्रावधान यह है कि आरक्षित वर्ग का कैंडिडेट अगर सामान्य वर्ग के कैंडिडेट से ज़्यादा नम्बर पता है, तो उसे अनारक्षित यानी जनरल सीट पर नौकरी दी जाएगी, न कि आरक्षित सीट पर। मगर ऐसा होता नहीं है। चूंकी आरक्षित वर्ग के लोग आर्थिक दृष्टि से अभी भी बहुत पीछे हैं और समान अवसर अब भी उनके लिये सपना है, ऐसे में इस वर्ग के कैंडिडेट का सामान्यता उम्र और फीस जैसी छूट हासिल करना मजबूरी है।

ओबीसी की आबादी देश की आबादी का 52 फीसदी है। आर्थिक और सामाजिक रूप से अशक्त होने के कारण इस वर्ग के लिए 27 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया गया।

यह भी पढ़िए: अखिल भारतीय न्यायिक सेवा के गठन से ओबीसी, एससी-एसटी का बढ़ेगा प्रतिनिधित्व 

इस वर्ग को समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए तय किया जाय कि किसी भी परिस्थिति में अगर आरक्षित वर्ग का कैंडिडेट सामान्य वर्ग के समान या उससे अधिक नंबर पाता है तो ऐसे कैंडिडेट को अनारक्षित कोटे में नौकरी दी जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो आरक्षित वर्ग संविधान प्रदत्त आरक्षण के अधिकार से वंचित होंगे।

Previous Post

महाराष्ट्र में यूपी-बिहार के युवाओं को हो सकती है दिक्कत

Next Post

अकेले बाबा साहब ने वंचितों को जो दिया, आज उसे 258 ओबीसी, एससी-एसटी सांसद भी नहीं बचा पा रहे हैं

up80.online

up80.online

Related Posts

रमाशंकर राजभर
दिल्ली

संसद से लेकर सलेमपुर तक हर ओर सपा सांसद की ही चर्चा, कार्यकर्ता गदगद

July 30, 2025
IAS
अन्य राज्य

एस कृष्णनन प्रेसीडेंट व कुणाल बने आईएएस सेंट्रल एसो. के सेक्रेट्री

August 1, 2025
मिर्जापुर
दिल्ली

कारगिल युद्ध में अपना सर्वोच्च बलिदान देकर  बहादुर जवानों ने एक ही संदेश दिया- नेशन फर्स्ट

July 26, 2025
Next Post
Ambedkar

अकेले बाबा साहब ने वंचितों को जो दिया, आज उसे 258 ओबीसी, एससी-एसटी सांसद भी नहीं बचा पा रहे हैं

Unnao Rape Victim

अनुप्रिया पटेल उन्नाव मामले पर बरसी, कहा, “पूरा सिस्टम फेल हुआ”

Unnao rape incident

उन्नाव की बिटिया के निधन से इंसानियत रो पड़ी है : अनुप्रिया पटेल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended

IAS

एस कृष्णनन प्रेसीडेंट व कुणाल बने आईएएस सेंट्रल एसो. के सेक्रेट्री

5 days ago
रमाशंकर राजभर

संसद से लेकर सलेमपुर तक हर ओर सपा सांसद की ही चर्चा, कार्यकर्ता गदगद

3 days ago
बेल्थरा रोड: सफलता की राह दिखा गए प्रो. दुबे

बेल्थरा रोड: सफलता की राह दिखा गए प्रो. दुबे

2 days ago
बांसडीह

बांसडीह में महिलाओं पर लाठीचार्ज करना पड़ा भारी, सीओ का कानपुर ट्रांसफर  

4 hours ago

Categories

  • अखिलेश यादव
  • अन्य राज्य
  • तेजस्वी यादव
  • दिल्ली
  • देश
  • बड़ी खबर
  • बिहार
  • यूपी
  • यूपी विधानसभा चुनाव
  • राजद
  • राजनीति
  • विदेश
  • सपा

Topics

Akhilesh Yadav Anupriya Patel Apna Dal (S) Azamgarh Ballia Belthra Road bihar bjp BSP Congress death farmers Mirzapur Samajwadi Party Sonbhadra Uttar Pradesh Varanasi yogi govt अखिलेश यादव अनुप्रिया पटेल अपना दल (एस) आजमगढ़ उत्तर प्रदेश ओबीसी कांग्रेस किसान किसान आंदोलन केशव प्रसाद मौर्य कोरोना नीतीश कुमार पंचायत चुनाव बलिया बसपा बिहार बीजेपी बेल्थरा रोड भाजपा मायावती मिर्जापुर योगी सरकार वाराणसी सपा समाजवादी पार्टी सीएम योगी सोनभद्र

Highlights

 “जातिगत जनगणना से उजागर होगी देश की सच्ची तस्वीर” – अनुप्रिया पटेल

यमुना नदी के लिए दर-दर भिक्षा मांग रहे देवरिया के ‘लाल’ रविशंकर तिवारी

69000 शिक्षक भर्ती मामले में पीएम मोदी को पत्र लिखेंगे अखिलेश यादव

ईरान और इज़राइल में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस निकाले सरकार

सबसे बड़ा गुंडा कौन-ओमप्रकाश राजभर या कोई और?

प्रदेश में “सब चंगा” नहीं है, ओबीसी छात्रों को नहीं मिल रही है छात्रवृत्ति

Trending

बांसडीह
यूपी

बांसडीह में महिलाओं पर लाठीचार्ज करना पड़ा भारी, सीओ का कानपुर ट्रांसफर  

by up80.online
August 1, 2025
0

बिजली से किशोर की मौत के बाद ग्रामीण हो गए थे आक्रोशित यूपी80 न्यूज, बलिया आखिरकार महिलाओं...

बेल्थरा रोड: सफलता की राह दिखा गए प्रो. दुबे

बेल्थरा रोड: सफलता की राह दिखा गए प्रो. दुबे

July 30, 2025
रमाशंकर राजभर

संसद से लेकर सलेमपुर तक हर ओर सपा सांसद की ही चर्चा, कार्यकर्ता गदगद

July 30, 2025
IAS

एस कृष्णनन प्रेसीडेंट व कुणाल बने आईएएस सेंट्रल एसो. के सेक्रेट्री

August 1, 2025
मिर्जापुर

कारगिल युद्ध में अपना सर्वोच्च बलिदान देकर  बहादुर जवानों ने एक ही संदेश दिया- नेशन फर्स्ट

July 26, 2025

About Us

लोकतांत्रिक देश में मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता है। मीडिया का मुख्य कार्य जनसरोकार से जुड़ी खबरों को आम जनता तक पहुंचाना है, ताकि आम जनता उन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सके। इसके अलावा सरकार की किसी भी योजना का आम जनता को कितना लाभ मिल रहा है, उसके जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र में आम जनता की समस्याओं का निराकरण कैसे करते हैं। लोकतंत्रिक देश में जनप्रतिनिधि अपनी जनता की अपेक्षाओं पर कितना खरा उतरते हैं। ये सभी जानकारी आपको www.up80.online पर मिलेंगी।

Follow us on social media:

Trending

बांसडीह में महिलाओं पर लाठीचार्ज करना पड़ा भारी, सीओ का कानपुर ट्रांसफर  

बेल्थरा रोड: सफलता की राह दिखा गए प्रो. दुबे

संसद से लेकर सलेमपुर तक हर ओर सपा सांसद की ही चर्चा, कार्यकर्ता गदगद

एस कृष्णनन प्रेसीडेंट व कुणाल बने आईएएस सेंट्रल एसो. के सेक्रेट्री

कारगिल युद्ध में अपना सर्वोच्च बलिदान देकर  बहादुर जवानों ने एक ही संदेश दिया- नेशन फर्स्ट

डॉ. कलाम की पुण्यतिथि पर प्रदेश के मदरसों में विज्ञान प्रदर्शनी

Others Links

  • Contact
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • About
  • Advertise
  • Contact

Copyright © 2019 up80.online

error: Content is protected !!
No Result
View All Result
  • Home
  • देश
  • राजनीति
  • विदेश
  • बिहार
  • यूपी
  • वीडियो
  • दिल्ली

Copyright © 2019 up80.online