युवा मंच, युवा हल्ला बोल, अखिलेश यादव, ओमप्रकाश राजभर ने सरकार पर बोला हमला; डिप्टी सीएम मौर्या ने भी घटना की निंदा की
यूपी80 न्यूज, पटना/ प्रयागराज/ नई दिल्ली
आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा रिजल्ट का विरोध कर रहे छात्रों पर पुलिस द्वारा की गई बर्बर तरीके से लाठीचार्ज अब राजनीतिक रूप लेता जा रहा है। बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश तक यह विरोध बढ़ता जा रहा है। प्रयागराज में छात्रों पर की गई लाठी चार्ज से छात्रों में गहरा आक्रोश है। खुद विपक्ष के अलावा उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी घटना की निंदा की है और लाठी चार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उधर, पिछले तीन दिनों से बिहार के विभिन्न इलाकों में विरोध जारी है। अभ्यर्थियों ने बुधवार को गणतंत्र दिवस के दिन बिहार के जहानाबाद में ट्रेन की बोगियों और इंजन में आग लगा दी एवं रेल ट्रैक पर प्रदर्शन किया।

उधर, इस मामले में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को छात्रों के विरोध को देखते हुए नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी लेवल 1 की परीक्षा पर रोक लगा दी है। छात्रों की शिकायत के निवारण के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। यह समिति रेल मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
छात्रों को 16 फरवरी तक कमेटी के समक्ष अपनी शिकायतें प्रस्तुत करने को कहा गया है। कमेटी 4 मार्च तक अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करेगी। रेल मंत्री ने सभी अभ्यर्थियों से अपनी शिकायत दर्ज कराने का आग्रह किया है।

युवा मंच ने जताई नाराजगी:
युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने युवा मंच के संयायेजक राजेश सचान की गिरफ्तारी पर नाराजगी जतायी है। अनिल सिंह का कहना है कि रोजगार को लेकर युवाओं में काफी आक्रोश है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रयागराज स्टेशन पर रेल रोको अभियान में युवा मंच द्वारा कोई आंदोलन आयोजित नहीं था, पुलिस ने बघाड़ा में लाजों में घुसकर बेरोजगार प्रतियोगियों को क्रूरता के साथ बर्बरता से पीटा और युवा मंच सहित कई संगठनों ने इस पुलिसिया कार्रवाई का विरोध किया है। जिसकी वजह से युवा मंच के संयोजक राजेश सचान को गिरफ्तार कर लिया गया, जो कि बेहद निंदनीय है।
कमिटी नहीं नौकरी चाहिए छात्रों को: युवा हल्ला बोल

उधर, युवा हल्ला बोल के संस्थापक अनुपम ने सरकार द्वारा गठित रेलवे अधिकारियों की कमिटी को खारिज कर दिया है। उन्होंने रेलवे की एनटीपीसी और ग्रुप-डी से संबंधित दो मांगों पर रेल मंत्री को पत्र लिखा था। लेकिन इन दो सीधी मांगों पर जवाब देने की बजाए सरकार मामले को उत्तर प्रदेश चुनाव तक टालने की साज़िश कर रही है। उन्होंने कहा कि बेरोज़गार युवा अब सरकार के झाँसे में नहीं आएंगे और अपनी मांग पर तब तक शांतिपूर्ण ढंग से अड़े रहेंगे।
युवा हल्ला बोल की चार मुख्य मांगें:
#RRBNTPC के CBT1 में 20 गुना रोल नंबर नहीं, बीस गुना छात्रों का सेलेक्शन हो
#RRBGroupD में CBT2 लाकर भर्ती प्रक्रिया को और लंबा न किया जाए
चोटिल छात्रों के मुफ्त इलाज का प्रबंध हो और उनपर हुए मुकदमे वापिस लिए जाएं
दोषी पुलिस अफसरों पर एक्शन हो
पुलिसिया लाठीचार्ज भाजपा के पतन का कारण बनेगा: अखिलेश यादव

प्रयागराज में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज पर आक्रोश व्यक्त करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा,
“इलाहाबाद में अपने रोज़गार के लिए हक़ की आवाज़ बुलंद करने वाले बेगुनाह छात्रों पर पुलिस द्वारा हिंसक प्रहार…
शर्मनाक एवं घोर निंदनीय है। भाजपा सरकार में छात्रों के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ है, वो भाजपा के ऐतिहासिक पतन का कारण बनेगा। सपा संघर्षशील छात्रों के साथ है!”
हक मांगों, लाठी खाओ: ओपी राजभर

सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने छात्रों पर की गई लाठी चार्ज की निंदा करते हुए कहा है,
“हक़ माँगो, लाठी खाओ! छात्रों पर जुल्म शर्मनाक एवं घोर निंदनीय है… प्रयागराज पुलिस रोज़गार माँगने वाले छात्रों को हॉस्टल के अंदर घुस कर मार रही है और मुख्यमंत्री तमाशा देख रहे हैं। युवाओं को अब धर्म की अफ़ीम नहीं, शिक्षा,रोटी और रोज़गार चाहिये।“