टॉप टेन में यूपी कैडर का एक भी अधिकारी शामिल नहीं
नई दिल्ली, 17 जनवरी
देश की प्रमुख संस्थ ‘द बेटर इंडिया’ ने आम जनता के लिए बेहतर कार्य करने वाले देश के टॉप टेन आईएएस अधिकारियों की सूची जारी की है। दु:ख की बात यह है कि इन टॉप टेन में उत्तर प्रदेश का एक भी अधिकारी नहीं है, जबकि अन्य राज्यों में सेवा करने वाले उत्तर प्रदेश के रहने वाले दो अधिकारी इस सूची में शामिल किए गए हैं। खास बात यह है कि इन टॉप टेन में उत्तर भारत के चार ओबीसी वर्ग से हैं और दो अल्पसंख्यक समाज और दो महिला आईएएस अधिकारी हैं और इन्होंने देश के सामाजिक परिवर्तन में विशेष भूमिका निभायी है।
1.राज यादव, पहले पायदान पर, सिक्किम
2.शशांक आला, दूसरे पायदान पर, मिजोरम
3.संदीप नंदूरी, तीसरे नंबर पर, तमिलनाडु
4.अतहर आमिर खान, चौथे नंबर पर, राजस्थान
5.अवनीश शरण, पांचवें नंबर पर, छत्तीसगढ़
6.आशीष सिंह, छठे नंबर पर, मध्य प्रदेश

7.जितेंद्र सोनी, 7वें नंबर पर, राजस्थान
8.डॉ.शाहिद इकबाल चौधरी, 8वें नंबर पर, जम्मू-कश्मीर
9.उमाकांत उमराव, 9वें नंबर पर, मध्य प्रदेश
10.श्रीदेव सेना, 10वें नंबर पर, तेलंगाना
उपलब्धि:
इन अधिकारियों ने बाल विवाह पर रोक लगाने, बेहतर शिक्षा एवं स्वास्थ्य, रोजगार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सराहनीय कार्य किया है।
राज यादव ने सिक्किम के 5 गांवों को गोद लिया और वहां रहने वाले 7500 लोगों के जीवन में बदलाव लाया।
शशांक आला ने मिजोरम में आंगनवाड़ी केंद्रों में बुनियादी सुधार किया। इनकी माई स्कूल, माई फार्म योजना काफी लोकप्रिय हुई।
संदीप नंदूरी ने तमिलनाडु में दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने में सराहनीय कार्य किया।
अतहर आमिर खान ने राजस्थान में बाल विवाह के खिलाफ अभियान चलाया और बच्चों के शिक्षा में सुधार लाया।
अवनीश शरण ने छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाकों में इलाज के लिए बाइक एंबुलेंस (फ्रेंड एक्सप्रेस )शुरू किया। शरण का यह प्रयास सराहनीय रहा।
आशीष सिंह ने मध्य प्रदेश में स्वच्छता के लिए काफी महत्वपूर्ण कार्य किया। इन्होंने 100 एकड़ भूभाग से 13 लाख मीट्रिक टन कचरा को हटवाया। आशीष सिंह इंदौर के निगमायुक्त हैं और इनकी देखरेख में इंदौर शहर ने स्वच्छता के मामले में देश की नंबर वन सिटी की उपलब्धि हासिल की है। आशीष सिंह मूलत: उत्तर प्रदेश के हरदोई के रहने वाले हैं।
जितेंद्र कुमार सोनी ने राजस्थान में डेढ़ लाख बच्चों को मुफ्त में जूता उपलब्ध (चरन पादुका अभियान) करवाया।
डॉ.शाहीद इकबाल चौधरी ने जम्मू कश्मीर के ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए 320 पुलों का निर्माण करवाया।
मध्य प्रदेश के आईएएस अधिकारी उमाकांत उमराव ने सूखाग्रस्त इलाकों में 1600 तालाबों को पुनर्जीवित किया, जिससे किसानों को राहत मिली। वर्तमान में उमाकांत उमराव के मॉडल को बुंदेलखंड, मराठवाड़ा और लातूर जैसे सूखाग्रस्त इलाकों में लागू किया जा रहा है। उमाकांत उमराव मूलत: उत्तर प्रदेश के कानपुर मंडल के रहने वाले हैं।
ए श्रीदेवसेना ने तेलंगाना जैसे राज्य में डेंगू की समस्या से काफी हद तक राहत दिलायी।
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