यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
कमाण्ड एरिया डेवलपमेन्ट थ्रू माइक्रो एरिगेशन (सर्वे एवं प्लानिंग) पर मार्डन ड्रोन टेक्नालॉजी के प्रयोग पर एक तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला होटल कसाया इन, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया। यह कर्यशाला सर्वे एवं प्लानिंग से जुड़ी संस्थाओं द्वारा ग्रेटर शारदा सहायक समादेश, उ०प्र० लखनऊ के सहयोग से आयोजित की गयी। इस तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि अजय दीप सिंह, सेवानिवृत्त आईएएस द्वारा दीप प्रज्जवलन कर की गयी।
कार्यक्रम में बोलते हुये राजीव यादव, अपर आयुक्त, ग्रेटर शारदा द्वारा कहा गया कि वर्तमान में जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक समस्या है, जिससे निपटने के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग में जागरूकता की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन से जल संरक्षण एवं जल संरक्षण हेतु माइक्रो एरिगेशन की नवीन पद्धतियों की जानकारी अत्यन्त आवश्यक है।
ग्रेटर शारदा के अध्यक्ष एवं प्रशासक डॉ० हीरा लाल ने सर्वे एवं प्लानिंग के लिए जमीनी स्तर पर कार्यवाही को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि बिना टेक्नालॉजी के किसी भी परियोजना के उद्देश्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता। सर्वे एवं प्लानिंग में ड्रोन टेक्नालॉजी की उपयोगिता पर बल देते हुये इसे जरूरी और मजबूरी बताया। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी कर्मचारी अपने- अपने क्षेत्र में सर्फेस वाटर के माध्यम से माइक्रोएरिगेशन को लागू करने के लिए प्रोजेक्ट बनाकर 15 दिन में प्रस्तुत करें।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये अजय दीप सिंह, सेवानिवृत्त आई०ए०एस० द्वारा सर्वे एवं प्लानिंग में ड्रोन टेक्नालॉजी को आवश्यक बताते हुये इस पर दिये जा रहे प्रशिक्षण की प्रशंसा की तथा अपने पूर्व प्रशासनिक अनुभवों को साझा करते हुये उन्होंने कहा कि कोई भी उद्देश्य तभी पूर्ण हो सकता है, जब उसके पीछे ईमानदारी और लगन हो।