महेंद्र राजभर ने ओमप्रकाश राजभर पर परिवारवाद एवं मिशन से भटकने का लगाया आरोप
यूपी80 न्यूज, मऊ
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) में ओमप्रकाश राजभर के खिलाफ बड़ी बगावत हो गई है। उनकी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र राजभर ने सोमवार को दर्जनों पदाधिकारियों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने ओमप्रकाश राजभर पर परिवारवाद एवं पार्टी के मिशन से भटक जाने का आरोप लगाया।
जनपद मऊ के एक प्लाजा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए महेन्द्र राजभर ने आरोप लगाया कि सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ऐन केन प्रकारेण केवल धन बटोरने के चक्कर में जुटे रहते हैं। उन्होंने कहा कि 20 साल पहले 27 अक्टूबर 2002 को सबकी मौजूदगी में पार्टी की स्थापना की गई थी।
बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में मुख्तार अंसारी के खिलाफ ओमप्रकाश राजभर ने महेंद्र राजभर को चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन वह हार गए। महेंद्र को सुभासपा प्रमुख का बेहद करीबी माना जाता है।
बड़ा झटका:
चूंकि सुभासपा का मुख्यालय मऊ जनपद से सटे बलिया जनपद के रसड़ा में स्थित है। पार्टी का मुख्य जनाधार भी इन्हीं जनपदों में है। ऐसे में महेंद्र राजभर का अपने समर्थकों संग सुभासपा से इस्तीफा देना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
अरुण राजभर का जवाब:
महेंद्र राजभर के पार्टी छोड़ने पर सुभासपा नेता एवं ओमप्रकाश राजभर के पुत्र अरुण राजभर ने कहा है कि सुभासपा एक प्रयोगशाला की तरह है। यहां सीखने के बाद जब लोगों को बड़ी डिग्री लेने की आकांक्षा जागती है तो इस तरह की बातें सामने आती हैं। उन्होंने कहा कि महेन्द्र राजभर काफी समय से पार्टी में हैं। आज अचानक से क्या हो गया? हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सुभासपा कार्यकर्ताओं का सम्मान करती है। उन्हें मनाने की कोशिश की जाएगी।