यूपी80 न्यूज, प्रयागराज
राजनीति भी अजब-गजब चीज है। कभी किसी राजनैतिक दल को कोई माफिया और उसका परिवार अच्छा लगने लगता है तो कभी खराब। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में माफिया मुख्तार अंसारी Mukhtar Ansari और उसके परिवार से दूरी बनाने वाली बसपा को अहमदाबाद की जेल में बंद माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद Atiq Ahmed के परिवार से लगाव हो गया है। अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन Shaista Parveen ने गुरुवार को बसपा BSP की सदस्यता ग्रहण की। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद घनश्याम चंद्र खरवार ने उन्हें बसपा की सदस्यता दिलाई। शाइस्ता बसपा के टिकट पर प्रयागराज से मेयर का चुनाव लड़ सकती हैं।
अलोपीबाग स्थित सरदार सेवा संस्थान में आयोजित बसपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने बसपा की सदस्यता ली। शाइस्ता परवीन जल्द ही बसपा सुप्रीमो मायावती से मिलने लखनऊ जाएंगी।
गिरते जनाधार को लेकर बसपा ने रणनीति बदली:
बता दें कि 2022 विधानसभा चुनाव से पहले बसपा ने मऊ सदर से विधायक मुख्तार अंसारी की अपराधिक छबि की वजह से उनका टिकट काट दिया था। लेकिन लगातार गिरते जनाधार को देखते हुए बसपा ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। निकाय चुनाव में दलित-मुस्लिम समीकरण को मजबूत करने के लिए अतीक अहमद की पत्नी को बसपा की सदस्यता दिलाई गई है। इससे पहले बसपा ने सहारनपुर में इमरान मसूद की पत्नी को मेयर पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया है।
ओवैसी की पार्टी को कहा अलविदा:
महज 16 महीने में ही अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने ओवैसी की पार्टी को अलविदा कह दिया। वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने ओवैसी की पार्टी में शामिल हुई थी।
सीएम योगी की तारीफ कर चुके हैं अतीक:
अतीक अहमद ने पिछले दिनों लखनऊ में सीएम योगी की तारीफ की थी। उन्होंने सीएम योगी को बहादुर और ईमानदार सीएम बताया था।
अतीक अहमद, एक नजर:
राजनीतिक जीवन की शुरूआत- 1989
निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर इलाहाबाद पश्चिम से 1989 1991, 1993 में विधायक बने
1996 में सपा से विधायक बने
1999 में अपना दल में शामिल हुए और प्रतापगढ़ से चुनाव लड़े, लेकिन हार का सामना करना पड़ा।
2002 में अपना दल से इलाहाबाद पश्चिमी से विधायक बने, लेकिन 2003 में सपा में शामिल हो गए और 2004 में फूलपुर से सांसद चुने गए। 2014 में सपा से श्रावस्ती से चुनाव लड़े, लेकिन असफल रहे।