यूपी80 न्यूज, लखनऊ
माफिया से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस की मौजूदगी में हुई हत्या अभी लोग भूले भी नहीं थें कि बुधवार को एक बार फिर से लखनऊ स्थित अदालत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गैंगेस्टर संजीव महेश्वरी Sanjeev Maheshwari उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। संजीव पर दो दर्जन केस दर्ज हैं। मुजफ्फरनगर निवासी संजीव महेश्वरी भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड में आजीवन करावास मामले में जेल में बंद था। बुधवार को एक केस के मामले में उसे पेशी पर लाया गया था। संजीव पर भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का भी आरोप लगा था।
शाम पौने चार बजे के करीब जैसे ही उसके केस की बारी आई और वह उठकर चला वैसे ही कोर्ट रूम के भीतर वकील के भेष में बैठे हमलावर ने उस पर दनादन गोलियां दाग दी। इस घटना के बाद कोर्ट परिसर में भगदड़ मच गया। गोली लगने के बाद संजीव जमीन पर गिर गया। हमलावर ने भागने का प्रयास किया, लेकिन वकीलों पर उसे पकड़ लिया। हमलावर का नाम विजय यादव बताया जा रहा है। वह जौनपुर का रहने वाला है। संजीव महेश्वरी पर भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का भी आरोप था, लेकिन बाद में वह कोर्ट से बरी हो गया था।
बच्ची घायल:
घटना के दौरान कोर्ट रूम में बीकेटी के भैसामऊ निवासी सौरभ अपनी पत्नी नीलम व पिता के साथ मौजूद थे। नीलम की गोद में उनकी डेढ़ साल की बेटी लाडो भी थी। इस घटना में लाडो की पीठ व नीलम की अंगुलियों पर गोली लगी। दोनों का इलाज जारी है। लाडो की हालत गंभीर है। इसके अलावा अभिरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी कमलेश व लाल मोहम्मद भी घायल हुए हैं। दोनों के पैर में गोली लगी है।
एसआईटी करेगी जांच:
अपराधी संजीव जीवा की हत्या के मामले का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। प्रकरण की जांच को लिए एक एसआईटी का गठन किया है। गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी में प्रमुख रूप से अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी मोहित अग्रवाल, अयोध्या के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार और पुलिस कमिश्ररेट लखनऊ में तैनात सयुंक्त पुलिस आयुक्त निलाव्जा चौधरी शामिल हैं। एक सप्ताह के भीतर जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट शासन को मुहैया कराएगी।
कोर्ट परिसर में हत्या के बाद कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे। वकीलों में बहुत नाराजगी है।