पीड़िता के परिवार और मीडियाकर्मियों तक को पीड़िता से मिलने नहीं दिया जा रहा है: वीरेंद्र चौधरी
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
लोकभवन के सामने अमेठी की दो महिलाओं द्वारा आत्मदाह किए जाने की घटना पर सोची समझी रणनीति के तहत योगी सरकार साजिशन कांग्रेस पार्टी और उसके प्रवक्ता का नाम घसीट रही है। प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था को छुपाने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता डॉ.अनूप पटेल को साजिश में फंसाने का काम योगी आदित्यनाथ की पुलिस कर रही है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह बात कही।
वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि अमेठी से आई दो महिलाओं का लोकभवन के सामने आत्मदाह के प्रयास में कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है। आत्मदाह मामले में कांग्रेस की संलिप्तता पुलिस द्वारा गढ़ा गया झूठ है।
घटना के दिन पीड़िता की कांग्रेस प्रवक्ता से नहीं हुई मुलाकात:
वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि घटना वाले दिन या उसके आसपास पीड़िता की अनूप पटेल से मुलाकात नहीं हुई और न ही फोन पर बात हुई। प्रदेश की ध्वस्त हो चली कानून व्यवस्था का ठीकरा योगी सरकार कांग्रेस के ऊपर फोड़ कर प्रदेश की जनता को गुमराह करना चाहती है।
पीड़िता के परिवार व मीडियाकर्मियों को पीड़िता से दूर रखा जा रहा है:
वीरेंद्र चौधरी ने आरोप लगाया है कि पीड़िता के परिवार और मीडियाकर्मियों तक को पुलिस पीड़िता से मिलने नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस पीड़िता को धमका कर मनमाना बयान दिलवा रही है, ताकि कांग्रेस को बदनाम किया जा सके।
वीरेंद्र चौधरी का कहना है कि किसी भी पीड़ित को अपनी पीड़ा बयां करने व न्याय पाने के लिए गुहार लगाना उसका नागरिक अधिकार है। उसी के तहत आत्मदाह करने वाली पीड़िता विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यालय पर गई थी, जिसमें अनूप पटेल ने पीड़िता को मीडिया में अपनी व्यथा रखने में मदद की थी, जो किसी भी तरह से गैर कानूनी नहीं है।
जनता की सेवा की बजाय लूडो खेल रही हैं स्मृति ईरानी:
विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने कहा कि अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी लॉकडाउन में जनता की सेवा करने की बजाय लूडो और अंताक्षरी खेल रही थीं। अब उनके क्षेत्र में सत्ता संरक्षण में अपराध इतना बढ़ गया कि जनता आत्मदाह को मजबूर है। स्मृति ईरानी आखिर कहां गायब हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपनी गलती मानते हुए थाने के दरोगा को सस्पेंड भी किया है। फिर ये बिना सिर पैर की साजिश क्यों रच रही है? उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि 9 मई को साफिया की पुत्री गुड़िया दबंगों पर एफआईआर दर्ज कराती है और 13 मई को दबंगों द्वारा गुड़िया सहित अन्य पर फर्जी एफआईआर दर्ज करा दी जाती है। 4 जुलाई को डीआईजी, आईजी, डीजीपी एवं मुख्यमंत्री सहित सभी से न्याय के लिए प्रार्थना करती रही, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। विधानसभा के गेट नंबर 3 पर आत्मदाह के बाद प्रशासनिक कमी को छुपाने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता को फंसाने की भाजपा साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी पीड़ित किसी भी राजनीतिक या सामाजिक संगठनों से मदद मांगता है। उसके दफ्तर जाता है, यह एक सामान्य सी बात है।
