ये नेता आरक्षण पर मौन रहते हैं, लेकिन अनुप्रिया पटेल के विकास कार्यों में पैदा करते हैं रूकावट
मिर्जापुर/लखनऊ, 22 फरवरी
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की राह में सहयोगी पार्टी के उनके अपने ही स्वजातीय नेता कंटक बन रहे हैं। ये नेता डॉ.सोनेलाल पटेल की इस बेटी से आगे बढ़ने के लिए पिछड़ों के लिए जमीन पर काम नहीं करते हैं, बल्कि अनुप्रिया पटेल द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों में ही अड़चनें पैदा करते हैं।
अनुप्रिया पटेल के संसदीय क्षेत्र में कभी उनके ही प्रयासों से किए जा रहे कार्यों से संबंधित शिलापट्ट पर नाम पीछे कर दिया जाता है तो कभी किसी कार्यक्रम में बुलाया ही नहीं जाता और न ही सांसद होने के बावजूद शिलापट्ट में उनके नाम का उल्लेख किया जाता है।
ताजा वाक्या है मिर्जापुर में सब-स्टेशन के शिलान्यास कार्यक्रम का। जनपद में कार्यक्रम का आयोजन होता है और अनुप्रिया पटेल को आमंत्रित तक नहीं किया जाता है और न ही शिलापट्ट में उनके नाम का उल्लेख होता है। हालांकि पानी सिर से ऊपर चढ़ने पर अनुप्रिया पटेल ने इस बाबत शुक्रवार को हल्की नाराजगी भी जतायी है। लेकिन यह पहली बार नहीं हो रहा है। एक पखवाड़ा पहले जनपद के भरूहना चौराहे पर सरदार पटेल की प्रतिमा स्थापित करने के लिए सारा प्रयास अनुप्रिया पटेल ने किया और शिलापट्ट में उनका ही नाम पीछे कर दिया गया।
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ये है ताजा मामला:
ब्लॉक पटेहरा कलां के ग्राम सभा लालपुर में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से 226 लाख रुपए की लागत से 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र बनाया जाना है। शुक्रवार को इस उपकेंद्र का राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने शिलान्यास किया, लेकिन इसमें अनुप्रिया पटेल को आमंत्रित नहीं किया गया।
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क्या कहते हैं अनुप्रिया पटेल के समर्थक:
अपना दल एस के युवा मंच के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत चौधरी कहते हैं कि ये हमारी नेता का अपमान है। नियमत: जिले में कोई विकास कार्य होता है तो उस क्षेत्र के स्थानीय सांसद का नाम शिलापट्ट पर जरूर होना चाहिए और कार्यक्रम के लिए उन्हें आमंत्रण भी दिया जाना जरूरी है। लेकिन यहां पर जानबूझकर हमारी नेता को नहीं बुलाया गया। इसके लिए अधिकारियों के साथ-साथ संबंधित जनप्रतिनिधि भी दोषी हैं।
हेमंत चौधरी कहते हैं कि यदि इन नेताओं को वास्तव में हमारी नेता अनुप्रिया पटेल से कम्पटीशन करना है तो वो जमीन पर उतरकर पिछड़ों के लिए कार्य करें और आरक्षण को लेकर आवाज उठाए।