सोनभद्र में पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा ने बुलायी बैठक
यूपी80 न्यूज, सोनभद्र
पूर्वांचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा ने सोनभद्र में एम्स जैसे संस्थान और केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग की है। जनमोर्चा ने सोनभद्र के राबर्टसगंज तहसील में बैठक कर पृथक पूर्वांचल राज्य सहित कई महत्वपूर्ण मांग की।
जनमोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव पवन कुमार सिंह एडवोकेट ने कहा कि सोनभद्र जनपद आदिवासी क्षेत्र होने के साथ-साथ वन एवं पहाड़ों से आच्छादित है तथा बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमाओं से जुड़ा हुआ है, किंतु आज भी यातायात एवं शिक्षा आदि के क्षेत्र में यह जनपद काफी पिछड़ा हुआ है। अत: यहां पर एम्स जैसा संस्थान एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना होनी चाहिए और जनपद में रेलवे स्टेशनों पर उच्च स्तरीय संसाधनों की व्यवस्था की जाए।
प्रदेश अध्यक्ष विमलेश त्रिपाठी ने कहा कि आजादी की लड़ाई और उसके बाद देश के विकास में पूर्वांचल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है, लेकिन खुद पूर्वांचल हमेशा उपेक्षा का शिकार होता रहा है। यहां के लोगों ने देश के कला-साहित्य और संस्कृति को समृद्ध करने में अभूतपूर्व योगदान दिया है, फिर भी पूर्वांचल और यहां के लोगों की लगातार अनदेखी की गई है। इसलिए पूर्वांचल के 28 जनपदों को मिलाकर एक पृथक पूर्वांचल राज्य स्थापना किया जाए।
जिला अध्यक्ष शिवप्रकाश चौबे ने कहा कि सोनभद्र में संपूर्ण पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई, जिसमें सभी जनपदों के पदाधिकारीगण और कार्यकर्ता भाग लिए।
संचालन जिला महासचिव सत्यम शुक्ला एडवोकेट ने किया। इस अवसर पर एडवोकेट वीपी सिंह, एडवोकेट पवन कुमार द्विवेदी, काकू सिंह, संदीप जायसवाल, अशोक कुमार कनौजिया एडवोकेट, ईश्वर जायसवाल एडवोकेट, दीपनारायण पटेल, एड. नवीन पांडेय, एड. वीरेंद्र कुमार सिंह, संतोष चतुर्वेदी नेतराज पटेल, प्रदीप सिंह आदि लोग उपस्थित थे।