अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे राममूर्ति वर्मा के अकबरपुर की बजाय आजमगढ़ की सगड़ी सीट पर दावेदारी की चर्चा से उलझन में स्थानीय कार्यकर्ता
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
समाजवादी पार्टी में भाजपा और बसपा सहित विभिन्न दलों के नेताओं के आने की होड़ से पार्टी संगठन में लोकल स्तर पर खलबली मच गई है। बाहरी नेताओं के सपा में शामिल होने से टिकट के दावेदार कई नेता उलझन में फंस गए हैं। सपा के स्थानीय नेताओं के चेहरे पर सर्दी में पसीना आ रहा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री राम अचल राजभर के बसपा छोड़कर सपा में शामिल होने से अकबरपुर के स्थानीय सपा नेताओं में हलचल है तो अकबरपुर विधानसभा सीट से टिकट के प्रमुख दावेदार पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे राममूर्ति वर्मा अब आजमगढ़ की सगड़ी सीट से की ओर रुख करना चाहते हैं, उनकी इस तैयारी से आजमगढ़ की सगड़ी क्षेत्र के स्थानीय नेताओं में हलचल मच गई है। टिकट के दावेदार स्थानीय नेताओं में निराशा का भाव उत्पन्न हो गया है।

इसी तरह दारा सिंह चौहान के भाजपा से इस्तीफा देकर सपा में शामिल होने के कयास से मऊ के समाजवादी पार्टी के नेताओं में ऊहोपोह की स्थिति है। मऊ की दो सीटें मधुबन के अलावा घोसी से दारा सिंह चौहान दावेदारी कर सकते हैं। हालांकि इसके अलावा वह आजमगढ़ की किसी अन्य सीट से भी चुनाव लड़ने के इच्छुक है। लेकिन दारा सिंह चौहान के इस कदम से मधुबन एवं घोसी दोनों जगहों पर हलचल है। पटेल बाहुल्य मधुबन सीट पर राजेंद्र मिश्र, उमेश चंद्र पांडेय, डॉ.एचएन पटेल, किसान जवाहर पटेल जैसे नेता पहले से तैयारी कर रहे हैं। घोसी में भी यही स्थिति है। 2019 में चंद वोटों से हारने वाले पूर्व विधायक सुधाकर सिंह इस बार पूरी मजबूती से चुनाव में उतरने की तैयारी में हैं। लेकिन दारा सिंह चौहान के सपा में आने की अटकलों से सुधाकर सिंह के समर्थकों में उहापोह की स्थिति है।

अयोध्या मंडल से आजमगढ़ मंडल में आने की चर्चा स्थानीय कार्यकर्ताओं के गले नहीं उतर रही:
2012 में अकबरपुर सीट से विधायक बनने के बाद राममूर्ति वर्मा सपा सरकार में दुग्ध मंत्री बनाए गए थे। 2017 में बसपा प्रत्याशी रामअचल राजभर से इन्हें हार का सामना करना पड़ा। दो महीने पहले पांच बार के विधायक पूर्व कैबिनेट मंत्री राम अचल राजभर एवं बसपा के वरिष्ठ नेता रहे लालजी वर्मा समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। इन दोनों नेताओं के सपा में शामिल होने से अंबेडकर नगर की राजनीतिक तस्वीर बदल चुकी है।

चूंकि अखिलेश यादव अपने दोनों नेता राम अचल राजभर और राममूर्ति वर्मा को चुनाव मैदान में उतारना चाहते हैं। राम अचल राजभर के अकबरपुर सीट से मुखर दावेदारी करने की वजह से राममूर्ति वर्मा को किसी दूसरी सीट से लड़ाने की तैयारी हो रही है। लेकिन उनके अयोध्या मंडल से 150 किमी दूर आजमगढ़ की सगड़ी सीट से उतारे जाने की चर्चा स्थानीय नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के गले नहीं उतर रही है। फिलहाल यहां से जयराम पटेल, डॉ.एचएन पटेल एवं पूर्व विधायक अभय नारायण पटेल टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।

सगड़ी के सामाजिक कार्यकर्ता नागेंद्र सिंह पटेल, राजेश पटेल, राजेश यादव कहते हैं कि सगड़ी क्षेत्र पूर्वांचल का सर्वाधिक बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र है। यहां के लोग खुद मुख्यधारा में आने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। चुनाव के ऐन मौके पर बाहरी मंडल के व्यक्ति का यहां से चुनाव लड़ने की चर्चा कुछ समझ में नहीं आ रहा है। अयोध्या मंडल में कई ऐसी सीटें हैं, जहां से राममूर्ति वर्मा चुनाव लड़ सकते हैं।
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