प्रोविंसियल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन ने सीएम योगी CM Yogi को लिखा पत्र, हाथ खड़ा करने की दी चेतावनी
यूपी80 न्यूज, कानपुर
कोरोना महामारी Corona epidemic के दौर में पिछले एक साल से मरीजों के इलाज में अपनी जान जोखिम में डालने वाले डॉक्टर लालफीताशाही से परेशान हैं। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए ‘कोरोना योद्धा Corona Yoddha’ के तौर पर सम्मानित हो चुके पतारा सीएचसी के इंचार्ज डॉ.नीरज सचान Dr Neeraj sachan के खिलाफ लापरवाही के आरोप में कानपुर के डीएम आलोक तिवारी DM Alok Tiwari के निर्देश पर महामारी एक्ट में केस दर्ज कर देर रात उनको स्वरूप नगर कोतवाली के लॉकअप में रखा गया। डीएम के इस कृत्य से कोरोना की इलाज में दिन-रात एक करने वाले चिकित्सकों में गहरा आक्रोश है। चिकित्सकों ने इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ CM Yogi Adityanath से शिकायत की है।
प्रोविंसियल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.सचिन वैश्य ने सीएम को भेजे ज्ञापन में कहा है कि इस तरह के प्रकरण लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना महामारी की आड़ लेते हुए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा चिकित्सकों को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में जहां सभी चिकित्सक संक्रमण के विरूद्ध निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं, वहीं जनपदस्तरीय अधिकारियों द्वारा चिकित्सकों का मनोबल तोड़ा जा रहा है। इन परिस्थितियों में कार्य करना लगभग असंभव हो गया है।
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संघ के महासचिव डॉ.अमित सिंह ने कहा है कि इस समय केवल टीम भावना से ही काम किया जाना चाहिए, ना कि डरा और धमका कर। प्रदेश के सारे चिकित्सक इस घटना से बहुत आक्रोशित हैं। डॉ.सिंह ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय को भी इस घटना का स्वत: संज्ञान अवश्य ही लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के अमर्यादित व्यवहार से कोरोना महामारी की रोकथाम में जुटे चिकित्सकों में हताशा पैदा करेगी। ऐसी स्थिति में सभी चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टाफ अपने हाथ खड़े करने को (Strike) मजबूर हो जाएंगे।
ये है मामला:
आईसीसीसी के अधिकारी डॉ.आरएन सिंह ने 23 अप्रैल को पतारा सीएचसी अधीक्षक डॉ.नीरज सचान को जिले में रैपिड रिस्पांस टीम का अतिरिक्त प्रभार सौंपा था। इसके तहत जिले में 40 टीमें घर-घर जाकर कोविड जांच के लिए सैंपलिंग करते हैं। सोमवार की रात जिला प्रशासन द्वारा जिला में कोविड महामारी को लेकर समीक्षा बैठक की गई। बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट हिमांशु गुप्ता द्वारा आरआरटी की जांच में लापरवाही बरतने व लक्ष्य से कम सैंपल लिए जाने पर कार्यवाही की संस्तुति करने की रिपोर्ट जिलाधिकारी आलोक तिवारी को सौंप दी। इस रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने बैठक के बाद डॉ.नीरज सचान को अपने स्कॉर्ट से हिरासत में लेकर स्वरूप नगर थाने भेजते हुए एफआईआर दर्ज किए जाने के आदेश दे दिए। मामले की जानकारी मिलते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अनिल मिश्रा के साथ दर्जनों चिकित्सा अधिकारी व पैरामेडिकल स्टाफ थाने पहुंच गए।
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