एम्स Aiims के स्वास्थ्यकर्मियों Health workers को संस्थान में कोरोना वैक्सीन Corona Vaccine की नहीं मिल रही सुविधा
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
देश की चिकित्सा की रीढ़ कहे जाने वाले एम्स में वीआईपी कल्चर VIP Culture पूरी तरह से हावी हो गया है। यहां पर देश के तमाम नेताओं, सांसदों और विधायकों को वैक्सीन के लिए विशेष कैम्प Special Camp लगाया जा रहा है, लेकिन एम्स के स्टाफ को ही यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। एम्स प्रशासन ने झज्जर स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का टीका लगाने से मना कर दिया जाए हैं। एम्स स्टॉफ Aiims Staff यूनियन ने एम्स प्रशासन Aiims Administration के इस रवैये का विरोध किया है।
एम्स स्टॉफ का कहना है कि एम्स झज्जर के स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की ज्यादा जरूरत है, क्योंकि इसी संस्थान को सरकार ने कोविड डेडिकेटेट बनाया था। वैक्सीन आने के बाद एम्स स्टाफ चाहता है कि टीकाकरण के लिए एनआईसी में विशेष कैंप लगाया जाए। लेकिन एम्स प्रशासन ने यूनियन की इस मांग को खारिज कर दिया है। एम्स प्रशासन ने दलील दी है कि यह संभव नहीं है। इसके लिए एम्स को अधिक संसाधन और वैक्सीन संरक्षित करने के लिए क कोल्ड स्टोरेज की जरूरत होगी। दूसरी ओर, सांसदों और विधायकों के लिए विशेष कैंप लगाकर वैक्सीन देने की बात कही गई है।
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एम्स नर्सिंग यूनियन ने अस्पताल अधीक्षक को झज्जर एम्स के स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण हेतु स्पेशल कैंप लगाने के लिए पत्र लिखा है। लेकिन इसके जवाब में चिकित्सा अधीक्षक ने संसाधनों की कमी का हवाला देते हुए कहा है कि यह संभव नहीं हो सकता और न ही सरकार ने हैल्थ केयर वर्कर को टीका लगाने के लिए ऐसी कोई गाइडलाइन जारी की है। इतना ही नहीं, प्रशासन ने यहां तक कह दिया कि मेडिकल स्टॉफ खुद ही नजदीक का कोई टीकाकरण केंद्र ढूंढकर कोरोना का वैक्सीन लगवा सकते हैं।
नर्सिंग यूनियन के हरीश कुमार कजारा ने बताया कि मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने यूनियन की मांग को नहीं माना है, जबकि एम्स झज्जर को कोविड सेंटर बनाया गया है जहां जोखिम का खतरा ज्यादा है। साभार: www.sehat365.com
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