भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सबसे मजबूत कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के सहयोगी राज्य मंत्री हैं दिनेश खटीक
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
योगी सरकार 2.0 के 100 दिन पूरे होते ही सरकार के आला अधिकारियों पर दलित विरोधी का आरोप लगा है। यह आरोप खुद सत्तासीन भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष एवं सबसे मजबूत कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के सहयोगी राज्य मंत्री दिनेश खटीक Minister Dinesh Khatik ने लगाया है। दिनेश खटिक ने आरोप लगाया है कि दलित Dalit होने के नाते अधिकारी उन्हें तवज्जो नहीं देते हैं और न ही उनकी बात सुनते हैं। उन्होंने इस बाबत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को त्याग पत्र की चिट्ठी भी भेजी है। चर्चा है कि उन्होंने राज्यपाल को भी इस्तीफा भेजा है। यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
दिनेश खटीक ने यहां तक आरोप लगाया है कि बैठक के बारे में भी उन्हें जानकारी नहीं दी जाती है। पिछले दिनों योगी सरकार के विभिन्न विभागों में बड़े पैमाने पर हुए तबादलों को लेकर राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने सवाल खड़ा किया है। उन्होंने पीएम की महात्वाकांक्षी योजना नमामि गंगे में भी धांधली सहित ट्रांसफर में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रमुख सचिव से जब वह बात करने के लिए फोन किया तो बगैर पूरी बात सुने प्रमुख सचिव ने उनका फोन काट दिया।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है, “जब दलित समाज के राज्य मंत्री का विभाग में कोई बजूद नहीं है तो ऐसे में राज्य मंत्री के रूप में मेरा काम करना दलित समाज के लिए बेकार है। इन सब बातों से मैं आहत होकर अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।”
कभी-कभी बुलडोजर उल्टा भी चलता है: अखिलेश यादव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है,
“जहाँ मंत्री होने का सम्मान तो नहीं परंतु दलित होने का अपमान मिले… ऐसी भेदभावपूर्ण भाजपा सरकार से त्यागपत्र देना ही अपने समाज का मान रखने के लिए यथोचित उपाय है। कभी-कभी बुलडोज़र उल्टा भी चलता है।“