कभी लालू यादव के बेहद करीबी हुआ करते थे रमई राम, बोचहां से 9 बार विधायक चुने गए
यूपी80 न्यूज, पटना
भाजपा BJP की सिफारिश पर भले ही विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी VIP) के मुखिया मुकेश साहनी Mukesh Sahani को नीतीश कुमार Nitish Kumar के मंत्रिमंडल से हटा दिया गया है और उनके तीनों विधायक भाजपा में शामिल हो गए हों, लेकिन वीआईपी का भविष्य अभी खत्म नहीं हुआ है। मुजफ्फरपुर जिला के बोचहां उपचुनाव Bochahan By Election का परिणाम वीआईपी का तत्कालीक भविष्य तय करेगा।

बता दें कि 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में मुकेश सहनी की पार्टी से मुसाफिर पासवान ने यहां से जीत हासिल की थी, लेकिन उनके आकस्मिक निधन के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है। वीआईपी ने यहां से बिहार के दलित समाज से आने वाले दिग्गज नेता रमई राम की बेटी डॉ. गीता कुमारी को टिकट देकर लड़ाई रोचक बना दिया है। यहां से भाजपा से बेबी कुमारी और राजद से अमर पासवान प्रमुख प्रत्याशी हैं।

वीआईपी ने यहां से डॉ.गीता कुमारी को टिकट देकर यहां पर लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया है। यदि बोचहां में वीआईपी फतह करती है तो फिलहाल मुकेश सहनी का कद बरकरार रहेगा और 2024 में भाजपा-जदयू गठबंधन के लिए सिरदर्द बने रहेंगे। लेकिन यदि इस चुनाव में गीता कुमारी हारती हैं तो मुकेश सहनी के साथ-साथ रमई राम के राजनीतिक करियर पर भी सवाल उठेगा।

बता दें कि बिहार के दलित समाज से आने वाले दिग्गज नेता रमई राम कभी राजद RJD प्रमुख लालू यादव Lalu Yadav के बेहद करीबी हुआ करते थे। रमई राम बोचहां से 9 बार विधायक रह चुके हैं। चुनाव के ऐन मौके पर राजद ने वीआईपी के दिवंगत विधायक मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान को अपने पाले में लाकर प्रत्याशी घोषित कर दिया तो बदले में रमई राम और उनकी बेटी डॉ.गीता कुमारी का राजद से मोहभंग हो गया और वीआईपी में शामिल हो गए।