यूपी80 न्यूज, बेल्थरारोड
बलिया जनपद के बेल्थरारोड क्षेत्र में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस वर्ष की शुरुआत में नैनीताल से लौट रहे दो युवकों की पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर दर्दनाक मौत के बाद उभरते युवा कलाकार अमन जायसवाल की मुंबई में सड़क दुर्घटना में हुई मौत ने पूरे इलाके को गहरे शोक में डुबो दिया था। इसके बावजूद हादसों की रफ्तार थमी नहीं। पिछले 36 घंटे के भीतर फिर से तीन युवकों और एक महिला की जान सड़क हादसों में चली गई, जिससे लोगों में भय और आक्रोश दोनों व्याप्त है।
लगातार हो रही इन दुर्घटनाओं को लेकर क्षेत्र में कई सवाल उठ रहे हैं। ब्लॉक प्रमुख सीयर आलोक कुमार सिंह ने यहां तक कहा कि इन हादसों को रोकने के लिए धार्मिक अनुष्ठान कराने की आवश्यकता है। वहीं, व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रशांत कुमार मंटू इसके लिए अभिवावकों को कारण मानते हैं। कहते हैं कि जहां उन्हें कम उम्र के बच्चों को इसके प्रति सावधान करना चाहिए, वहीं वह उन्हें आसानी से वाहन की चाबी सौंप देते हैं। सभासद निलेश कुमार दीपू कहते हैं कि जब कोई नाबालिग बाइक चलाता है तो उसके परिजन सोशल मीडिया पर स्टेटस लगाकर खुशी जाहिर करते हैं। वे बच्चों को ये नहीं समझाते कि अभी तुम परिपक्व नहीं हो। पूर्व सभासद सुनील कुमार टिंकू कहते हैं कि नशा इसका अहम कारण है। इसके साथ ही सड़क पर डिवाइडर व पटरी काफी आवश्यक है। स्थानीय लोग भी हादसों का सीधा कारण सड़कों पर डिवाइडर और सुरक्षित पटरियों का अभाव व ट्रैफिक पुलिस की उदासीनता को जिम्मेदार बताते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार बलिराम सिंह, जिन्होंने बिड़हरा गांव में सड़क दुर्घटना में अपनी मां को खोया था, ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार तक गुहार लगाई थी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि सड़क किनारे फुटपाथ न होने के कारण हादसों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसके बावजूद न तो अब तक सड़क किनारे फुटपाथ का निर्माण हुआ और न ही डिवाइडर बनाए गए।
लगातार हो रहे हादसों से जनमानस में यह भावना गहराती जा रही है कि यदि समय रहते जिम्मेदार विभागों ने सड़क सुरक्षा पर ठोस कदम नहीं उठाए, तो यह समस्या और भी भयावह रूप ले सकती है। लोगों की एकजुट मांग है कि सड़क पर डिवाइडर और पटरियों का तत्काल निर्माण कराया जाए, ताकि मासूम जिंदगियां असमय खत्म होने से बच सकें।
सीओ रसड़ा आलोक कुमार गुप्ता ने बताया कि सड़क दुघर्टना बढ़ गई है। इसको लेकर शीघ्र ही सभी थानों द्वारा हेलमेट से सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। जागरूकता अभियान एक माह तक चलेगा।