अनूप कुमार सिंह, बाराबंकी
सावन के सोमवार पर बाराबंकी जिला के पौराणिक लोधेश्वर महादेवा में मेला लगाने की तैयारी जिला प्रशासन ने पूरी कर ली है। हिंदू धर्म में सावन के सोमवार का बड़ा धार्मिक महत्व है। पुरोहितों के अनुसार 72 साल बाद यह शुभ संयोग है। यह श्रावण माह पंच सोमवारी है।
भगवान शिव को अति प्रिय सावन महीने का सोमवार पहला दिन है। इसी के साथ अद्भुत संयोग भी है कि इस बार सावन महीने की शुरूआत सोमवार से हो रही है और समापन भी सोमवार को हो रहा है। सावन के सोमवार को बाराबंकी के श्री लोधेश्वर महादेव का जलाभिषेक करने के लिए महादेवा मंदिर में लाखों श्रद्धालु जुटेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।
लखनऊ सीमा से लेकर बाराबंकी के महादेवा तक चार जोन और 9 सेक्टर बनाए गए हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे के साथ ही करीब 60 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। यह कैमरे गर्भगृह से लेकर आसपास के इलाके पर नजर रखेंगे, सीसीटीवी कैमरों की निगरानी मंदिर परिसर में बन रहे कंट्रोल रूम से होगी।
वाहनों का रहेगा रूट डाइवर्जन:
एसपी दिनेश सिंह ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस फोर्स के साथ पीएसी की यूनिट भी तैनात रहेगी। पिछले सालों की आपेक्षा इस बार प्रकाश की अधिक व्यवस्था की जा रही है। बहराइच-गोंडा से लखनऊ जाने वाले वाहनों के रूट डायवर्जन पाइंट चौका घाट तिराहे और केसरीपुर रेलवे क्रासिंग के पास हाईमास्क लाइट लगाई गयी है। इसके अलावा पुराने बहराइच मार्ग पर भी लाइटिंग रहेगी।
72 साल बाद अद्भुत संयोग:
सावन मास का बेसब्री से इंतजार कर रहे शिव भक्तों के लिए 72 साल बाद अद्भुत संयोग बन रहा है। इस बार सावन महीने की शुरुआत और समाप्ति दोनों सोमवार के दिन से होगी। 29 दिनों के सावन महीने में कुल पांच सोमवार पड़ रहे हैं। साथ ही प्रीति और आयुष्मान योग के साथ सिद्धि योग का भी अद्भुत संगम है। ऐसे महायोग में देवाधिदेव महादेव की पूजा-अर्चना करने वाले आस्थावानों पर भगवान शिव की विशेष कृपा बरसेगी।
सावन में बने 4 शुभ संयोग:
श्री लोधेश्वर महादेवा मंदिर के पुजारी विरेन्द्र शास्त्री के अनुसार, इस सावन महीने में नक्षत्र कई अद्भुत एवं दुर्लभ संयोग बना रहे हैं। इससे भगवान शिव को प्रिय सावन महीना दुर्लभ व सर्वमनोकामना सिद्धि वाला होगा। यह संयोग करीब 72 सालों बाद बन रहा है। अगर इस महासंयोग में विधि विधान से शिव भक्त भगवान शिव की आराधना करते हैं, तो उनके सभी मनोरथ पूर्ण होंगे। पंचांग के अनुसार सावन महीने में चार शुभ संयोग बन रहे हैं। पहला सावन की शुरुआत भगवान शिव के दिन सोमवार से हो रही है।
वहीं, यह श्रावण माह पंच सोमवारी है। यानी इस बार श्रावण महीने में पांच सोमवार होंगे। श्रावण महीने की शुरुआत सोमवार को होगी तो इसका समापन पर भी सोमवार को होगा।
इस बार सावन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 21 जुलाई को दोपहर 03:46 बजे शुरू होगी, लेकिन उदयातिथि को देखते हुए 22 जुलाई से सावन की शुरूआत मानी जाएगी।