यूपी80 न्यूज़, बलिया
प्रदेश में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि अब भाजपा के कार्यकर्ता ही भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना पर बैठ रहे हैं। भाजपा नेता ने बेल्थरारोड की पुलिस व प्रशासनिक व्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया है कि स्थानीय थाना, तहसील सहित अन्य सरकारी कार्यालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब भाजपा का चुनाव चिन्ह ‘दीपक’ हुआ करता था तब से वह पार्टी का झंडा बुलंद करते रहे हैं।
बेल्थरा रोड के सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार से परेशान होकर भाजपा के पूर्व मंडल उपाध्यक्ष मिथिलेश पटेल ने मंगलवार को मोर्चा खोल दिया। वह मंगलवार को तहसील प्रांगण में धरने पर बैठ गए। इस दौरान भाजपा नेता ने उभांव थानाध्यक्ष व एसडीएम पर मिलीभगत का आरोप लगाया।
मिथिलेश पटेल ने कहा कि मेरा गांव तिरनई खिजिरपुर है। कहा कि उनकी स्वयं की भूमि पर तहसीलदार द्वारा बनाए गए दीवार को उसी दिन रात साढ़े 10 बजे गिरा दिया गया। इस मामले में विपक्षी श्याम सुंदर पटेल पुत्र स्व. गोपीचंद द्वारा धारा 24 के अंतर्गत आराजी नम्बर 548 की पैमाइश एवं पुष्टि हो गई है। प्रशासन द्वारा उस समय उक्त स्थल के चारों तरफ पानी भरा होने की बात कहकर पैमाइश टाल दी गई तथा दोनों पक्षों को अवगत कराया गया कि फसल कटने के बाद पत्थरगड़ी की कार्रवाई की जाएगी।
मिथिलेश पटेल ने कहा कि उपजिलाधिकारी न्यायालय द्वारा 20 दिसम्बर 24 को इसके लिए समय मुकर्रर किया गया। भाजपा नेता का आरोप है कि उस दिन अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा यह कहकर वापस चले गए कि उपजिलाधिकारी ने उनको मना किया है। कहा कि तबसे वह तहसील व थाना का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। यहां तक कि मुझ जैसे गरीब जमीनी कार्यकर्ता का 30 हजार रुपए भी खर्च हो गए हैं। भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया है कि धरना प्रदर्शन की अनुमति के लिए जब वह थाना उभांव पहुंचे तो एसएचओ द्वारा मामले का निस्तारण न कर एसडीएम महोदय से ही फोन कर पूछा गया कि इसके लिए अनुमति दी जाए या नहीं।
बिजली विभाग में भी भ्रष्टाचार:
भाजपा नेता ने कहा कि बेल्थरा रोड में विद्युत कार्यालय का भी यही हाल है। उपभोक्ताओं को बढ़ाकर बिजली बिल दिया जा रहा है। भाजपा नेता ने अपनी 9 सूत्रीय मांगों व सरकारी कार्यालयों को भ्रष्टाचार मुक्त होने तक धरना प्रदर्शन का ऐलान किया है।