यूपी 80 न्यूज़, बहराइच
बहराइच जनपद के नगर पंचायत रुपईडीहा स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल एक मात्र फ़ार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है। सरकारी अस्पताल के एक कमरे में आयुर्वेदिक अस्पताल संचालित किया जा रहा है। अस्पताल की अव्यवस्थाओं का खामियाजा क्षेत्र के मरीजों को भुगतना पड़ा रहा है। चाहकर भी मरीजों को आयुर्वेदिक इलाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में जो मरीज आयुर्वेदिक इलाज कराना चाहते हैं, उन्हें मजबूरन ऐलोपैथी इलाज कराना पड़ रहा है। वहीं, दूसरी ओर ऐलोपैथी से ऊबकर जो मरीज अपना इलाज आयुर्वेदिक पद्घति से कराना चाहते हैं, उन्हें भी डॉक्टर न होने के कारण इलाज नहीं मिल पा रहा है।
नगर पंचायत रुपईडीहा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहे आयुर्वेदिक अस्पताल में छह माह से डॉक्टर की तैनाती नहीं है। यहां तैनात रहे चिकित्सक डॉ. राजेश कुमार को कुंडासर स्थित अस्पताल में संबंद्ध वहां के फार्मासिस्ट को रुपईडीहा बुला लिया गया था। तब से चिकित्सक की तैनाती नहीं हुई। फार्मासिस्ट प्रेमचंद्र मौर्या ने बताया कि गंभीर बीमारी वाले मरीज चिकित्सक न होने के कारण लौट जाते हैं। वे सामान्य मरीजों को दवा देकर लौटा देते हैं।
सुमन, राजकुमार वर्मा, विजय कुमार आदि मरीजों ने बताया कि वे लोग आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज कराना चाहते हैं, लेकिन डॉक्टर न होने से इलाज नहीं हो पा रहा है।
विभागीय अधिकारियों को पत्र भेजकर अस्पताल में चिकित्सक तैनात करने की मांग की गई है। जल्द ही रुपईडीहा में आयुर्वेद डॉक्टर की तैनाती कर दी जाएगी।
डॉ. रंजन वर्मा, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी