झारखंड के राजनैतिक गलियारों में चर्चा, आदिवासी वोटों को सहेजने के लिए भाजपा की रणनीति
रांची, 11 जनवरी
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के एक बार फिर भाजपा में शामिल होने की चर्चा प्रदेश में है। झारखंड के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बाबूलाल मरांडी दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि मरांडी के भाजपा में शामिल होने की औपचारिक घोषणा खरमास बाद अर्थात 14 जनवरी के बाद की जाएगी।
जानकारों का कहना है कि बाबू लाल मरांडी को भाजपा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाएगी। विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा एक बार फिर से अपनी रणनीति पर मंथन कर रही है। फिलहाल भाजपा ने इस पद को रिक्त रखा है। उसे एक मजबूत जमीनी आदिवासी नेता की जरूरत है। उधर, चुनाव में करारी हार की वजह से बाबूलाल मरांडी को भी एक मजबूत किला की जरूरत है। चुनाव में झाविमो को महज 3 सीटें मिली हैं।
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मरांडी ने अपनी पार्टी की कार्य समिति भंग की:
उधर, बाबू लाल मरांडी ने झारखंड विकास मोर्चा की कार्यसमिति को भंग कर दिया है और खरमास के बाद अगला कदम उठाने की बात कही है।
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