भाजपा व कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी थीं करुणा शुक्ला, सीएम भूपेश बघेल ने मार्मिक संदेश के जरिए श्रद्धांजलि दी
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी एवं कांग्रेस की वरिष्ठ नेता करुणा शुक्ला का सोमवार देर रात निधन हो गया। करुणा शुक्ला को कोरोना संक्रमण की वजह से रायपुर स्थित अस्पताल में भर्ती किया गया था। श्रीमती शुक्ला का अंतिम संस्कार मंगलवार को बलौदा बाजार में किया जाएगा।
करुणा शुक्ला वर्तमान में समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष थीं। पूर्व में वह भाजपा से सांसद और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जैसे अहम पदों पर रह चुकी थीं।
सीएम भूपेश बघेल ने दु:ख प्रकट किया:
उनके निधन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने कहा, “मेरी करुणा चाची यानी करुणा शुक्ला जी नहीं रहीं। निष्ठुर कोरोना ने उन्हें भी लील लिया। राजनीति से इतर उनसे बहुत आत्मीय पारिवारिक रिश्ते रहे। उनका सतत आशीर्वाद मुझे मिलता रहा। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सबको उनका विछोह सहने की शक्ति प्रदान करें।”
रमन सिंह के खिलाफ लड़ी थीं चुनाव:
ग्वालियर निवासी दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार पुरुषोत्तम भदौरिया के अनुसार करुणा शुक्ला 2013 में भाजपा से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हो गईं। उन्होंने 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगांव से चुनाव लड़ा था। वह 1993 में पहली बार भाजपा के टिकट पर विधायक बनीं।
बता दें कि करुणा शुक्ला 1950 में ग्वालियर में पैदा हुईं और भोपाल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने के बाद राजनीति में आईं। उन्हें बेस्ट विधायक का खिताब मिला था। 1982 से 2013 तक भाजपा में रहीं।