अपना दल (एस) ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व से की मांग; विधान परिषद की चार सीटें हो रही हैं रिक्त,
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
बिहार में एक राजनीतिक परिवार बिखराव की ओर है तो उत्तर प्रदेश में एक राजनीतिक परिवार एकजुटता की ओर आगे बढ़ रहा है। अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अपनी मां कृष्णा पटेल को विधान परिषद में भेजने का फैसला किया है। अनुप्रिया पटेल ने विधान परिषद में खाली हो रहे मनोनीत क्षेत्र के चार विधान परिषद (एमएलसी सीटें) की चार सीटों में से एक सीट देने की मांग की है।
अनुप्रिया पटेल ने यह बात भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के सामने रखी है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार अनुप्रिया पटेल परिवार के सारे विवादों को दरकिनार कर अपनी माता एमएलसी बनाना चाहती हैं। वैसे भी जानकारों का मानना है कि अनुप्रिया पटेल भले ही अपनी माता जी से राजनीतिक तौर पर अलग हैं, लेकिन मां-बेटी के बीच आज भी मधुर संबंध हैं। अनुप्रिया पटेल अपनी मां का बहुत सम्मान करती हैं।
जानकारों का मानना है कि कृष्णा पटेल के विधान परिषद सदस्य बनने से विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम दूर हो जाएंगे और सामाजिक न्याय की लड़ाई को मजबूती मिलेगी। हालांकि यदि कृष्णा पटेल के नाम पर सहमति नहीं बनती है तो पार्टी अपने किसी पुराने पदाधिकारी को विधान परिषद भेज सकती है।
इनका हो रहा है कार्यकाल खत्म:
लीलावती कुशवाहा, रामवृक्ष सिंह यादव, एसआरएस यादव और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी जितेंद्र सिंह यादव।