पिछड़ों की अनदेखी से नाराज थे मौर्य, पिछड़ी जाति से आने वाले पूर्वांचल के एक और मंत्री दे सकते हैं इस्तीफा
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
पिछले लंबे समय से नाराज चल रहे योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य Swami Prasad Maurya ने मंगलवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। स्वामी प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी Samajwadi Party में शामिल होने की उम्मीद जतायी जा रही है। इनके अलावा पिछड़ी जाति OBC से आने वाले पूर्वांचल के एक और मंत्री के योगी सरकार Yogi Cabinet से इस्तीफा देने की अटकलें चल रही है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल को भेजे गए इस्तीफा पत्र की जानकारी फेसबुक पर शेयर किया है। उन्होंने लिखा है,
“माननीय राज्यपाल जी , राज भवन, लखनऊ,उत्तर प्रदेश। महोदय, माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है, किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार, नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं ।
सादर,
स्वामी प्रसाद मौर्य”
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा संस्थापक कांशीराम के बेहद करीबी रहे हैं। इन्हें ओबीसी का कद्दावर नेता माना जाता है। 2017 में विधानसभा चुनाव के ऐन मौके पर ये बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। लेकिन योगी कैबिनेट में इन्हें लो प्रोफाइल श्रम विभाग दिया गया। जिसकी वजह से इनके मन में एक टीस थी। इस बार जन्मदिन के मौके पर लखनऊ के विभिन्न चौराहों पर लगाए गए होर्डिंग-बैनर का रंग भाजपा के केसरिया रंग से अलग था। फिलहाल इनकी बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से सांसद हैं।