फीस वृद्धि का सर्वाधिक खामियाजा गरीब छात्रों को भुगतना पड़ेगा: राजेश सचान, युवा मंच
यूपी80 न्यूज, प्रयागराज
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चार गुना फीस वृद्धि के छात्र संघ भवन पर छात्रों का आमरण अनशन और शांतिपूर्ण आंदोलन जारी है। युवा मंच ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया है। युवा मंच ने इस बाबत राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की।
युवा मंच संयोजक राजेश सचान ने राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्मू को पत्र लिखकर इविवि प्रशासन द्वारा फीस बढ़ोत्तरी को संविधान में कल्याणकारी राज्य की मूल भावना के विरुद्ध बताते हुए हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने इस जनविरोधी फैसले को वापस लेने के लिए केंद्र सरकार व इविवि प्रशासन को दिशा निर्देश अपील की है।

पत्र में कहा गया है कि फीस वृद्धि का सर्वाधिक खामियाजा किसान, ग्रामीण और निम्न मध्यमवर्गीय परिवार के युवाओं को भुगतना पड़ेगा। इसी तरह की प्रक्रिया आईआईटी और आईआईएम में दो दशक पहले शुरू की गई थी, जिसकी वजह से इन प्रतिष्ठित संस्थाओं में लाखों रुपए फीस हो गई है और यहां पर आम छात्रों का प्रवेश लगभग नामुमकिन हो गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों व शिक्षकों से राय मशविरा करने की न्यूनतम लोकतांत्रिक प्रक्रिया को भी जरूरी नहीं समझा। युवा मंच संयोजक राजेश सचान, अध्यक्ष अनिल सिंह ने छात्र संघ भवन अनशन स्थल पहुंच कर शांतिपूर्ण ढंग से जारी आंदोलन का समर्थन किया।