यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड के नुकसानों को लेकर मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा कि सत्ताधारी दल ने वैक्सीन की कंपनी से चंदा लेकर जनता की जान की बाजी लगाई है। उन्होंने कहा कि उनका शक और डर सही साबित हुआ है। सबको वैक्सीन लगवा दी। अखिलेश यादव ने कोविशील्ड मामले की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलना चाहिए।
अखिलेश ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि एक व्यक्ति को 2 वैक्सीन के हिसाब से लगभग 80 करोड़ भारतीयों को कोविशील्ड वैक्सीन दी गयी है, जिसके बारे में उसका मूल फ़ार्मूला बनाने वाली कंपनी ने कहा है कि इससे हार्ट अटैक यानी हृदयघात का ख़तरा हो सकता है, जिन लोगों ने वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट के कारण अपनों को खोया है या जिन्हें वैक्सीन के दुष्परिणामों की आशंका थी, अब उनका शक़ और डर सही साबित हुआ है।
सपा प्रमुख ने कहा कि लोगों की ज़िंदगी से खिलवाड़ करने वालों को जनता कभी माफ़ नहीं करेगी। ऐसी जानलेवा दवाइयों को अनुमति देना किसी की हत्या के षड्यंत्र के बराबर है और इसके लिए ज़िम्मेदार सभी पर आपराधिक मुक़दमा चलना चाहिए। सत्ताधारी दल ने वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से राजनीतिक चंदा वसूलकर जनता की जान की बाज़ी लगायी है। न क़ानून कभी उन्हें माफ़ करेगा, न जनता। इस मामले में सर्वोच्च स्तर पर न्यायिक जाँच हो। वैश्विक दवा निर्माता एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित उसकी कोविड-19 वैक्सीन, टीका लगने के बाद रक्त के थक्के जमने और कम प्लेटलेट काउंट की समस्या पैदा कर सकती है। भारत में इसी वैक्सीन को कोविशील्ड कहा जाता है, जो कोरोना काल में लोगों को लगाई गई थी। तभी इस वैक्सीन के टीके की सुरक्षा पर सवाल उठा है।