5 दिन पहले प्रयागराज में दलित परिवार के चार लोगों की कर दी गई थी हत्या, बसपा सुप्रीमो ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की तो सपा प्रमुख ने जांच के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्देश दिया
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
आजमगढ़ जनपद के तरवां क्षेत्र के चिथऊपुर गांव में दलित लेखपाल एवं उसकी पत्नी की रविवार देर रात हत्या कर दी गई। इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पांच दिन पहले प्रयागराज में एक दलित परिवार के चार सदस्यों की नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई थी।
आजमगढ़ के चिथऊपुर गांव निवासी 55 वर्षीय राम नगीना चकबंदी विभाग में बतौर लेखपाल तैनात थें। पुलिस के अनुसार लेखपाल राम नगीना और उनकी 50 वर्षीय पत्नी नगीना देवी के गले एवं सिर पर धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। इस घटना ने पूर्वांचल सहित पूरे प्रदेश में हलचल मच गई है।

पांच दिन पहले प्रयागराज में दलित परिवार की सामूहिक हत्या:
बता दें कि 5 दिन पहले प्रयागराज के सोरांव में दलित परिवार के चार लोगों की नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई। दलित परिवार से आने वाले मजदूर फूलचंद एवं उनकी पत्नी व उनकी बेटी व बेटा की नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई थी। इन दोनों घटनाओं से प्रदेश के दलित समाज में गहरी नाराजगी है।
बसपा सुप्रीमो ने जतायी नाराजगी:
बसपा सुप्रीमो मायावती ने नाराजगी जताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा,
“यूपी में प्रयागराज के बाद, अब आजमगढ़ में भी दलित पति-पत्नी की कल रात गला काट कर हत्या कर देने की घटना भी अति दु:खद, दर्दनाक व अति-निंदनीय। दलितों पर आए दिन हो रहे ऐसे अत्याचारों को सरकार तुरंत सख्ती से रोके तथा दोषियों के विरुद्ध सही व सख्त कार्रवाई भी करे, बीएसपी की यह मांग।”

सपा भेजेगी प्रतिनिधिमंडल:
आजमगढ़ घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी स्तर पर घटना की जांच के लिए 30 नवंबर को सपा का एक प्रतिनिधिमंडल चिथऊपुर भेजने का निर्देश दिया है। इसमें विधायक कल्पनाथ पासवान, सपा के जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, पूर्व विधायक राम जगराम, पूर्व विद्या चौधरी व पूर्व सांसद दरोगा प्रसाद सरोज शामिल हैं।
