आवंटन प्रक्रिया में घपला का लगाया आरोप, कहा- मेरे प्रयास से ही 12 साल पुरानी योजना शुरू हुई
यूपी80 न्यूज, बेल्थरा रोड/बलिया
अधिकारियों ने 12 साल के इंतजार के बाद गरीबों को आवास तो आवंटन कर दिया, लेकिन आवंटन प्रक्रिया के दौरान स्थानीय विधायक को ही नजरअंदाज कर दिया, जिसकी वजह से स्थानीय विधायक हंसू राम को आहत हैं। तीन महीने पहले हुए विधान सभा चुनाव में सुभासपा के टिकट पर हंसू राम विधायक निर्वाचित हुए हैं। हंसू राम का दावा है कि उनके प्रयास से ही गरीबों को आवास आवंटन की प्रक्रिया शुरू हुई है, लेकिन अधिकारियों ने मंगलवार को आयोजित आवंटन प्रक्रिया कार्यक्रम में उन्हें आमंत्रित नहीं किया।
स्थानीय विधायक का कहना है कि इस मामले में उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार में नगर विकास मंत्री एके शर्मा से मुलाकात की थी। मंत्री जी से मिलकर अपने विधानसभा क्षेत्र बेल्थरा रोड में गरीब जनता के लिए सरकारी आवास के आवंटन का मुद्दा उठाया था। बकायदा ज्ञापन सौंप कर मंत्री जी को इस तथ्य से अवगत कराया था कि बलिया जिले के मेरे विधानसभा क्षेत्र बेलथरा रोड में शहरी आवास योजना के तहत सरकारी आवास का निर्माण कराया गया है। जिसका आवंटन सालों से नहीं हो रहा था। जिसकी वजह से गरीब जनता के लिए बना सरकारी आवास आवारा पशुओं और मनचलों का अड्डा बना हुआ था। मैंने लखनऊ में नगर विकास मंत्री से मुलाकात कर आवास के आवंटन की प्रक्रिया को तेज गति से आगे बढ़ाने की मांग की थी। मंत्री जी ने आश्वासन भी दिया था कि इस मुद्दे पर जल्द कार्रवाई होगी।
आज अंतत: उन सरकारी आवासों का आवंटन क्षेत्र की गरीब और पात्र लाभार्थियों के बीच की गई है। लेकिन बड़े दु:ख की बात है कि जिले के अधिकारियों ने आवंटन के वक्त मुझे आमंत्रित नहीं किया। जिले के एसडीएम व कुछ अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में शहरी आवास योजना के सरकारी आवासों का आवंटन कर दिया गया। क्षेत्र का जनप्रतिनिधि होने के नाते आवंटन की जानकारी मुझे नहीं दी गई और ना ही मुझे बुलाया गया।
हंसू राम के सवाल:
क्या ब्यूरोक्रेसी से जुड़े लोग जनप्रतिनिधियों को साइड लाइन करके चलने की कोशिश कर रहे हैं?
आखिर ये किसके इशारे पर हो रहा है?
आवंटन में घपलेबाजी का आरोप:
विधायक हंसू राम ने आरोप लगाया है कि आवंटन प्रक्रिया में घपलेबाजी कर दी गई। कुछ खास लोगों को आवास दिया गया। जबकि कई पात्र लाभार्थी इस योजना से वंचित रह गए। इसके लिए सीधे तौर पर वो अधिकारी जिम्मेदार हैं जिनकी मौजूदगी में आवास का आवंटन हुआ है।