सात राज्यों में 100 रुपए से अधिक कीमत पर बिक रहा है पेट्रोल Petrol
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
कोरोना काल की मार झेल रही आम जनता महंगाई Inflation की मार लंबे समय तक झेलने के लिए तैयार रहे। पेट्रोल के बाद अब डीजल भी 100 रुपए के पार पहुंच गया है। राजस्थान के गंगानगर जिला में डीजल की कीमत 100 रुपए प्रति लीटर हो गई है। शनिवार को पेट्रोल 27 पैसे और डीजल 23 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया। अब कर्नाटक में भी पेट्रोल की कीमत 100 के पार पहुंच गया है। देश के सात राज्यों में पेट्रोल की कीमत 100 के पार है। बता दें कि डीजल की कीमत में वृद्धि होते ही आम आदमी की रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों पर भी असर पड़ जाता है। आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई का खर्च बढ़ जाता है। किसान Farmers सर्वाधिक प्रभावित होते हैं।
बता दें कि पिछले सवा महीने में (4 मई के बाद) पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में 23 बार बढ़ोतरी हो चुकी है। शनिवार को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में डीजल की कीमत 100.05 रुपए प्रति लीटर और प्रीमियम डीजल 103.72 रुपए प्रति लीटर हो गया। यहां सामान्य पेट्रोल 107.22 रुपए प्रति लीटर और प्रीमियम पेट्रोल 110.50 रुपए प्रति लीटर हो गया है। दिल्ली में पेट्रोल 96.12 रुपए प्रति लीटर और डीजल 86.98 रुपए प्रति लीटर हो गया है।
100 के पार पेट्रोल वाले राज्य:
राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, लद्दाख और कर्नाटक।
कर्नाटक के चिकमंगलूरू, बीदर, बेल्लारी, शिमोगा, कोप्पल और दावनगेरे में पेट्रोल की कीमत 100 रुपए प्रति लीटर से अधिक हो गई है।
दोगुने दाम की वजह:
एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजों की वजह से पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में बढ़ोतरी हो जाती है।
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देश में बढ़ेगी भूखमरी: रवि प्रकाश वर्मा, राज्यसभा सांसद
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद रवि प्रकाश वर्मा MP Ravi Prakash Verma कहते हैं,

“इस पर केंद्र सरकार को गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। भारत में बढ़ती भूखमरी, महंगाई, खाद्य सुरक्षा, लैंगिक असमानता की वजह से यूएन के 17 सस्टेनेबल डेवेलपमेंट गोल्स लिस्ट में भारत की स्थिति बंग्लादेश और नेपाल भी खराब हो गई है। दोनों पड़ोसी देश हमसे आगे निकल गए हैं। देश में पहले लगभग 20 करोड़ लोग केवल एक समय भोजन करते थे। लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 25 करोड़ हो गई है। पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में वृद्धि से भूखमरी और बढ़ेगी। केंद्र की मोदी सरकार तेल कंपनियों को एकाधिकार देना चाहती है। इसके भयंकर परिणाम भुगतने होंगे।”
किसानों की टूट जाएगी कमर: उमाशंकर सिंह, विधायक

बसपा के वरिष्ठ विधायक उमाशंकर सिंह BSP MLA Umashankar Singh कहते हैं कि डीजल की कीमत में वृद्धि से सबसे ज्यादा किसान प्रभावित होगा। किसान की कमर टूट जाएगी। खरीफ की फसल की बोआई का समय शुरू हो रहा है। उसे सिंचाई, बोआई के लिए डीजल की जरूरत पड़ेगी। अब या तो केंद्र सरकार किसानों के लिए अलग से सब्सिडी दे या डीजल को जीएसटी के दायरे में लाए। जीएसटी के दायरे में आने पर डीजल की कीमत में 50 परसेंट कमी आ जाएगी।
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