कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा- मेडिकल उपकरणों और दवाओं पर तत्काल खत्म हो जीएसटी
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू एवं कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने बलिया और गाजीपुर समेत अन्य जिलों में नदियों में प्रवाहित किए गए शवों के मामले की न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि जो शव नदियों में बह रहे हैं वह प्रदेश सरकार की नाकामी हैं।
प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू एवं कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने गुरुवार को वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस के जरिए कहा कि भाजपा के जनप्रतिनिधि, मंत्री, विधायक लगातार अपनी ही सरकार पर कोरोना महामारी को रोकने और समुचित इलाज के लिए पत्र लिखकर सरकारी नाकामियों को उजागर कर रहे हैं, लेकिन सरकार लगातार झूठ और फरेब की राजनीति कर रही है। प्रदेश सरकार को आम जनमानस की चिंता नहीं है।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि वैश्विक महामारी को रोकने में विफल सरकार की विफलता की तस्वीर नदियों में बहते शवों को देखकर आसानी से लगायी जा सकती है। नदियों के तट तक बह कर आये इनमें से कई शव पीपीई किट में लिपटे हैं जिसे आवारा जानवर नोंच खसोट रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट काल में गंगा, यमुना समेत अन्य नदियों में प्रवाहित शवों के मामले की जांच मा0 उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से करायी जाये, ताकि इन शवों को प्रवाहित करने का सच जनता के सामने आ सके।
तथाकथित गंगा पत्र को ढूंढ रही है यूपी की जनता: लल्लू
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज उ0प्र0 की जनता तथाकथित उस गंगा पुत्र को ढूंढ रही है। उन्होने कहा कि गांवों में कोरोना टेस्टिंग के अलावा दवा, आक्सीजन, बेड, चिकित्सकों के अभाव में बड़ी संख्या में लोग जान गंवा रहे हैं।
मेडिकल उपकरणों और दवाओं पर तत्काल खत्म हो जीएसटी: आराधना मिश्रा
आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा कि सरकार चिकित्सीय उपकरणों और दवाओं पर तत्काल जीएसटी खत्म करे, जिससे आम जनता को कोरोना के इस भीषण महामारी के समय राहत मिल सके। उन्होने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के भयावह स्वरूप को देखते हुये सरकार को तीसरी लहर से निपटने के लिये अभी से समुचित कदम उठाना चाहिए। उन्होने कहा कि गांवों की ओर बढ़े इस भीषण महामारी से निपटने के लिए सरकार प्रदेश के हर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में आक्सीजन, चिकित्सक और अन्य जीवनरक्षक दवाओं एवं उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित करे।
आराधना मिश्रा‘मोना’ ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ की भारी कमी है। सरकार सभी अस्पतालों में चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ का समुचित इंतजाम करे, क्योंकि तीसरी लहर विशेषकर 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों के लिये घातक मानी जा रही है।