एडवोकेट नरेंद्र कुमार वर्मा ने सीएम योगी, हाईकोर्ट को मुख्य न्यायाधीश व बार काउंसिल को लिखा पत्र
यूपी80 न्यूज, बाराबंकी
कोरोना महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के कारण प्रदेश का गरीब तबका भूखमरी के कगार पर है। गरीब वर्ग के छोटे-मोटे व्यवसाय बंद पड़ गए हैं, जिसकी वजह से उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है। फुटकर दुकानों व कचहरी से जुड़े लोगों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। यह बात बाराबंकी जिला बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री नरेंद्र कुमार वर्मा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं न्यायमूर्ति व बार काउंसिल को लिखे पत्र में कही है। उन्होंने पत्र के जरिए अपील की है कि गरीब तबके के लिए जल्द से जल्द योजना बनाकर उनके आर्थिक संकट को दूर किया जाए।
टाइपिस्टट, स्टाम्प वेंडर, मुंशीगण व जूनियर वकीलों की स्थिति दयनीय:
नरेंद्र कुमार वर्मा ने पत्र के जरिए कहा है, “हमारी कचहरी में एक गरीब तबका है। जैसे टाइपिस्ट, स्टाम्प वेंडर, मुंशीगण, जूनियर अधिवक्तागण। इनकी जीविका डेली कमाना-डेली खाना है। विगत एक महीने से कोरोना महामारी की दूसरी लहर अधिक भयावह आने के कारण कोर्ट-कचहरी का सारा काम धंधा ठप्प पड़ गया है। इसलिए मुख्यमंत्री जी से निवेदन है कि कोर्ट-कचहरी के इस गरीब तबके की जीविका के लिए भी कोई योजना अतिशीघ्र बनाई जाए।”
सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे:
नरेंद्र कुमार वर्मा ने कहा है कि यदि सरकार ने गरीब तबके की तरफ ध्यान नहीं दिया तो हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि सरकार द्वारा कोई शीघ्र योजना नहीं बनाई गई तो एक बड़ा सा आक्रोश उत्पन्न हो सकता है।