कुर्मी बिरादरी Kurmi caste से आने वाले आरसीपी सिंह RCP Singh राष्ट्रीय अध्यक्ष तो कोइरी जाति Koeri के नेता को बिहार की कमान
यूपी80 न्यूज, पटना
बिहार चुनाव में मिली करारी हार के बाद जनता दल (यू) JDU ने जमीनी आधार बढ़ाने के लिए अपने लव-कुश समीकरण Lav-Kush equation को एक बार फिर से मजबूत करने की रणनीति पर चल पड़ी है। पटना में पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी दो दिवसीय बैठक के अंतिम दिन रविवार को उमेश कुशवाहा Umesh Kushwaha को प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया कर दिया गया। उमेश कुशवाहा कोइरी जाति से आते हैं। बता दें कि 15 दिन पहले पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कुर्मी बिरादरी से आने वाले नालंदा निवासी आरसीपी सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। बिहार में कुर्मी जाति को लव एवं कोइरी बिरादरी को कुश कहा जाता है। जदयू का मूल वोट बैंक लव-कुश समीकरण रहा है।

उमेश कुशवाहा लोजपा उम्मीदवार की वजह से महनार सीट से विधानसभा चुनाव हार गए थे। आरजेडी उम्मीदवार ने उन्हें 7 हजार वोटों से हराया था। उन्हें वैशाली का जूझारू नेता माना जाता है।
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राजपूत बिरादरी से आने वाले मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सिंह की बढ़ती उम्र एवं खराब सेहत की वजह से रविवार को नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की गई। उमेश कुशवाहा के तौर पर नई घोषणा बिल्कुल अप्रत्याशित थी। उमेश कुशवाहा बैठक में नहीं आए थे। उन्हें अचानक बुलाकर प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। बिहार चुनाव के समय दलित समाज से आने वाले डॉ.अशोक चौधरी को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी।
बता दें कि इस बार जदयू की पूर्व की अपेक्षा 28 सीटें कम हो गई हैं। कुशवाहा समाज के कई मंत्री हार गए। पार्टी ने कोइरी समाज के 15 उम्मीदवारों को टिकट दिया था, लेकिन उनमे से मात्र 5 उम्मीदवारों को ही जीत हासिल हुई। इसी तरह 11 मुस्लिमों को टिकट दिया गया, लेकिन इनमें से एक भी मुस्लिम चेहरा विधानसभा नहीं पहुंचा। नीतीश कुमार ने कोइरी समाज से आने वाले डॉ.मेवालाल चौधरी को कैबिनेट मंत्री भी बनाया था, लेकिन घोटाला के आरोप में उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
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