आरसीपी सिंह RCP Singh , ललन सिंह Lalan Singh, विजय चौधरी Vijay Chaudhary, संजय झा Sanjay Jha , अशोक चौधरी Dr Ashok Chaudhary
यूपी80 न्यूज, पटना
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 फतह के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार CM Nitish Kumar अपने पांच रत्नों के साथ एक बार फिर चुनावी अखाड़े में उतर गए हैं। नीतीश कुमार के इन पांच रत्नों में आरसीपी सिंह RCP Singh , ललन सिंह Lalan Singh, विजय चौधरी, संजय झा और अशोक चौधरी शामिल हैं। इनमें से दो भूमिहार Bhumihar, एक ब्राह्मण Brahmin , एक ओबीसी OBC Kurmi और एक दलित Dalit समाज से आते हैं।
हालांकि मुख्य फैसला खुद नीतीश कुमार Nitish Kumar करते हैं और बिहार की सियासत पर माइक्रो स्तर पर खुद नजर रखते हैं। बावजूद इसके इन पांच रत्नों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। बीजेपी BJP अथवा किसी अन्य दल से कोई बात करनी होगी तो इन्हीं पांच चेहरों में से कोई जाएगा। कहा तो यह भी जा रहा है कि नीतीश कुमार Nitish Kumar पार्टी की दूसरी लाइन नेतृत्व तैयार कर रहे हैं।
आरसीपी सिंह:
ओबीसी समाज (कुर्मी) से आने वाले राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं। नीतीश कुमार के रेल मंत्री के दौरान आरसीपी सिंह उनके साथ काम कर चुके हैं। इन्हें नीतीश कुमार का सबसे करीबी माना जाता है। चुनाव की तैयारियों से लेकर सहयोगी दलों से बातचीत एवं प्रत्याशियों के चयन में भी इनकी अहम भूमिका है।
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ललन सिंह:
भूमिहार बिरादरी से आने वाले ललन सिंह मुंगेर से सांसद हैं। इन्हें जोड़-तोड़ में माहिर माना जाता है। 65 वर्षीय ललन सिंह नीतीश कुमार के साथ शुरूआती दिनों से हैं।
अशोक चौधरी:
दलित Dalit समाज से आने वाले अशोक चौधरी पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। नीतीश कुमार ने इन्हें जदयू JDU का कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। अशोक चौधरी पासी समाज से आते हैं और पार्टी का दलित चेहरा भी हैं।
पार्टी में दादा के तौर पर लोकप्रिय प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की बढ़ती उम्र की वजह से अशोक चौधरी को पार्टी का कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।
विजय चौधरी:
विजय चौधरी बिहार विधानसभा अध्यक्ष हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पार्टी से जोड़ने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। प्रत्याशियों के चयन में भी इनकी अहम भूमिका है।
संजय झा:
जेडीयू को महागठबंधन से अलग कराने में इनकी अहम भूमिका रही है। दिल्ली के गलियारों में इनकी गहरी पैठ है। इन्हें भी नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है।
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