• About
  • Advertise
  • Contact
Friday, June 27, 2025
UP80
  • होम
  • यूपी
  • बिहार
  • दिल्ली
  • राजनीति
  • देश
  • विदेश
  • अन्य राज्य
No Result
View All Result
  • होम
  • यूपी
  • बिहार
  • दिल्ली
  • राजनीति
  • देश
  • विदेश
  • अन्य राज्य
No Result
View All Result
UP80
No Result
View All Result
Home देश

भूदान यज्ञ में जननायक वीपी सिंह ने अपनी 30 हजार बीघा जमीन दान कर दी थी

up80.online by up80.online
June 25, 2020
in देश, यूपी, राजनीति
0
VP Singh

Ex PM VP Singh

0
SHARES
Share on FacebookShare on TwitterLinkedinWhatsappTelegramEmail

विश्वनाथ प्रताप सिंह– एक कवि, कलाकार और राजनेता

अरविंद कुमार सिंह, नई दिल्ली

आज पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह का जन्म दिन है। आज ही के दिन 1931 में इलाहाबाद में उनका जन्म हुआ था। उनका लंबा राजनीतिक जीवन रहा औऱ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री पद तक वे पहुंचे। उनके समर्थक भी हैं और विरोधी भी। लेकिन कोई विरोधी भी उनको बेईमान कहने का साहस नहीं कर पाया। उनकी राजनीति पर बहुत सी चर्चाएं होती ही रहती हैं। इस नाते आज मैं उस पर एकदम चर्चा नहीं करूंगा। उनके कवि और कलाकार रूप पर चर्चा करूंगा। क्योंकि मैं भी उन लोगों में हूं जिसका लंबे समय तक उनके साथ जुड़ाव बना रहा था। अगर वे राजनीति में न होते तो इस रूप में कुछ ज्यादा ताकत के साथ दिखते।

5 मार्च 1995 को शाम को मेरे दफ्तर में फोन आया कि अगले रोज सायंकाल वीपी सिंह के घर पर मैं आमंत्रित हूं। मुझे लगा शायद कोई राजनीतिक प्रयोजन होगा, कुछ पत्रकार आमंत्रित थे। नरसिंह राव की सरकार के हलचल भरे दिन थे वे। लेकिन कोठी पर पहुंचा तो देखा कई लेखक और कवि वहां नजर आ रहे हैं। कमरे में नीचे दरी बिछी थी और गिने चुने श्रोताओं के बीच कुछ ही देर में वीपी सिंह का एकल काव्य पाठ आरंभ हो गया। एक दो नहीं पूरे तीन घंटे कविताएं चलती रही। फरमाइश होती रही औक एक दो तीन चार नहीं नहीं दस कविताएं सुनायीं और आखिर में यह कहते समाप्त किया कि लगता है पूरी किताब ही पढा देंगे आप लोग। राधाकृष्ण प्रकाशन ने उनका एक कविता संग्रह ‘एक टुकड़ा धरती- एक टुकड़ा आसमान’ छापा था लेकिन तब तक उसका विमोचन नहीं हुआ था। वे यूं तो कविताएं काफी दिनों से लिख रहे थे लेकिन भनक कम ही लोगों को लगी थी। संकलन छपा भी तो बहुत बाद में। कविताओं के नीचे तारीखें भी नहीं लिखीं ताकि इसकी राजनीतिक व्याख्या न हो सके कि वो किस मनोदशा के बीच रची गयीं।

पढ़ते रहिए www.up80.online गिरमिटिया मजदूरों के संघर्ष से पथरीला मारीशस उगल रहा है सोना
लेकिन राजनीतिक घटनाओं को करीब से देखने वालों के लिए यह कविताओं का मर्म समझ लेना कठिन नहीं था। वीपी सिंह कहते थे कि कविताएं छांटना टेढ़ा काम है। अपनी लिखी कविता हो या फिर पेंटिंग वे अपने बच्चे की तरह होती हैं और सब अच्छी लगती हैं। खुद उनको चयनित करना कठिन काम है। फिर भी अपनी मरजी से एक कविता सुनाते हैं। कुछ पंक्तियां देखिए-
‘ मुफलिस से
अब चोर बन रहा हूं
पर उस भरे बाजार से चुराऊं क्या
यहां वही चीजें सजी हैं
जिन्हें लुटा कर मैं मुफलिस हुआ हूं।‘
अगली कविता में बाजारवाद के खिलाफ आक्रोश है। हालांकि यह उस समय लिखी गयी जब उनको केंद्रीय वित्त मंत्री का पद छोड़ने को विवश होना पड़ा था।
‘ तुम मुझे क्याो खरीदोगे
मैं तो मुफ्त हूं। ‘
उनकी कविताएं ताकतवर हैं। कांग्रेस पार्टी को छोड़ने के दौरान एक कविता लिखी गयी थी
‘ उसने उसकी गली नही छोड़ी
अब भी वहीं चिपका है
फटे इश्तहार की तरह
अच्छा हुआ मैं पहले निकल आया
नहीं तो मेरा भी वही हाल होता। ‘
विश्वनाथ प्रताप सिंह की कविताओं में बहुत सी राजनीतिक परिस्थितियों का विवरण साफ दिखता है। उनकी बहुत सी कविताएं राजनीतिक धरातल के साथ जमीनी हकीकत और समझौतों को दिखाती हैं..
‘तुम्हारी ही मर्जी का हुक्म दूंगा
ताकि मेरी हुकूमत चलती रहे।‘
संसदीय राजनीति से खुद को अलग करने के बाद भी वे निष्क्रिय हो गए ऐसा नहीं था। उन्होंने काफी कुछ लिखा पढ़ा। पेंटिग्स बनायी। उनकी कई कला प्रदर्शनियां लगी और सराहा भी गया। लेकिन मुझे निजी तौर पर उनकी एक कविता की ये पंक्तियां बहुत पसंद आती रही है
‘ कौन नहीं करता है
व्हाइट से ब्लैक
कुछ करते हैं हिसाब से
कुछ करते हैं खिजाब से। ‘

पढ़ते रहिए www.up80.online प्रदेश का पहला राजर्षि शाहूजी महाराज पुस्तकालय मऊ में खुला
विश्वनाथ प्रताप सिंह से मेरा परिचय 1983 में हुआ। तब मैं इलाहाबाद में जनसत्ता का संवाददाता था और मुलाकात का माध्यम के.पी. तिवारी जी थे, जो उस समय इलाहाबाद के सांसद थे। उनकी ही सीट से आगे अमिताभ बच्चन सांसद बने। वीपी सिंह की राजनीति पर लाल बहादुर शास्त्री और हेमवती नंदन बहुगुणा की छाप थी। राजनीति के आरंभ में इन दोनों नेताओं के वे स्नेहपात्र रहे। इंदिरा गांधी के भी वे काफी प्रिय रहे। उनकी राजनीति का सफर इलाहाबाद के जमुनापार के कंकरीले पथरीले रास्तों से शुरू हुआ। और पहली लड़ाई घर से ही लड़नी पड़ी। आचार्य विनोबा भावे के भूदान यज्ञ में वीपी सिंह ने यमुनापार तथा फूलपुर की अपनी खेती की 30 हजार बीघा जमीन दान कर दी। परिवार में खलबली मची। विनोबाजी ने भी कहा कि हम तो छठा हिस्सा लेते हैं, तुम बाकी का वापस ले लो। लेकिन वे नहीं माने और कहा कि दी हुई जमीन हम वापस नहीं लेगे। भूदान आंदोलन में वे कई राजे रजवाड़ों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने।
वीपी सिंह डइया के राजा भगवती प्रसाद सिंह के यहां जन्मे लेकिन 11 मार्च 1936 को राजा मांडा ने उनको गोद लिया। 1941 में जब वीपी सिंह महज 10 साल के थे तो राजा मांडा का निधन हो गया और मांडा की जागीर एक ट्स्ट के हवाले हो गयी। उनकी उच्च शिक्षा बनारस, इलाहाबाद और पुणे में हुई। छात्र जीवन में वे बनारस के उदय प्रताप सिंह कालेज छात्र संघ के अध्यक्ष और इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के उपाध्यक्ष भी रहे। वे राजसी शान के बीच पले और राजा कहे गए लेकिन हकीकत में वे बालिग होते हुए उसके पहले ही जमींदारी समाप्त हो चुकी थी। पढ़ाई पूरी कर गांव लौटे तो इलाहाबाद के कोरांव इलाके में पिता के नाम पर स्कूल खोला और उसकी ईंटें तक ढोयीं। काफी दिनों तक बच्चों को पढ़ाया भी। विनोबाजी ने इसका शिलान्यास किया था। धीरे-धीरे इलाके में पांच कालेज उनके प्रयासों से खुले। बाद में उनकी राजनीतिक यात्रा आरंभ हुई जिसका समापन 77 साल की आयु में 2008 में हुआ।

(वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के बेहद करीबी रहे हैं। वर्तमान में राज्यसभा चैनल में कार्यरत हैं।)

पढ़ते रहिए www.up80.online सभी को रुलाकर अचानक चले गए ‘पग्गल’ यदुनाथ सिंह, समाप्त हो गई राजनारायण परंपरा की राजनीति

Previous Post

अपना दल (एस): तीसरी लिस्ट जारी, 35 पदाधिकारियों को मिली ये जिम्मेदारी

Next Post

‘तू जमाना बदल’ के नायक यदुनाथ सिंह की टीम ने मनाया काला दिवस

up80.online

up80.online

Related Posts

शाहूजी महाराज जयंती पर अखिलेश यादव ने लिया यह संकल्प
अन्य राज्य

शाहूजी महाराज जयंती पर अखिलेश यादव ने लिया यह संकल्प

June 27, 2025
उपेंद्र कुशवाहा ने राजीव जायसवाल को दी बड़ी जिम्मेदारी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने किया संगठन विस्तार
बिहार

उपेंद्र कुशवाहा ने राजीव जायसवाल को दी बड़ी जिम्मेदारी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने किया संगठन विस्तार

June 25, 2025
reservation
अन्य राज्य

छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर कानपुर महासम्मेलन

June 25, 2025
Next Post
25 june

‘तू जमाना बदल’ के नायक यदुनाथ सिंह की टीम ने मनाया काला दिवस

Anupriya Patel

अनुप्रिया पटेल ने कहा- वंचितों व किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रहेगा

bku

डीजल मूल्य वृद्धि के खिलाफ 30 जून को हल्ला बोल: चौ.राकेश टिकैत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended

प्रख्यात दंत चिकित्सक डॉ. शेषनाथ तिवारी को भावभीनी श्रद्धांजलि

प्रख्यात दंत चिकित्सक डॉ. शेषनाथ तिवारी को भावभीनी श्रद्धांजलि

4 days ago
VP Singh

भूदान यज्ञ में जननायक वीपी सिंह ने अपनी 30 हजार बीघा जमीन दान कर दी थी

5 years ago
उपेंद्र कुशवाहा ने राजीव जायसवाल को दी बड़ी जिम्मेदारी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने किया संगठन विस्तार

उपेंद्र कुशवाहा ने राजीव जायसवाल को दी बड़ी जिम्मेदारी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने किया संगठन विस्तार

2 days ago
reservation

छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर कानपुर महासम्मेलन

2 days ago

Categories

  • अखिलेश यादव
  • अन्य राज्य
  • तेजस्वी यादव
  • दिल्ली
  • देश
  • बड़ी खबर
  • बिहार
  • यूपी
  • यूपी विधानसभा चुनाव
  • राजद
  • राजनीति
  • विदेश
  • सपा

Topics

Akhilesh Yadav Anupriya Patel Apna Dal (S) Azamgarh Ballia Belthra Road bihar bjp BSP Congress death farmers Mirzapur Samajwadi Party Sonbhadra Uttar Pradesh Varanasi yogi govt अखिलेश यादव अनुप्रिया पटेल अपना दल (एस) आजमगढ़ उत्तर प्रदेश ओबीसी कांग्रेस किसान किसान आंदोलन केशव प्रसाद मौर्य कोरोना नीतीश कुमार पंचायत चुनाव बलिया बसपा बिहार बीजेपी बेल्थरा रोड भाजपा मायावती मिर्जापुर योगी सरकार वाराणसी सपा समाजवादी पार्टी सीएम योगी सोनभद्र

Highlights

प्रदेश में “सब चंगा” नहीं है, ओबीसी छात्रों को नहीं मिल रही है छात्रवृत्ति

डॉ.सोनेलाल पटेल की बेटी सहित इन चार महिला नेताओं का प्रदेश में जलवा

बसपा सुप्रीमो ने भतीजे आकाश आनंद को दी फिर बड़ी जिम्मेदारी

शादीशुदा बेटियों को मिलेगा पैतृक जमीन में हिस्सा?

प्रतापगढ़: मजदूरी मांगने पर मजदूर धर्मराज पटेल की हत्या

सपा के साथ मिलकर किसका का तेल निकलेंगे पियरका चचा के ‘कटप्पा’?

Trending

शाहूजी महाराज जयंती पर अखिलेश यादव ने लिया यह संकल्प
अन्य राज्य

शाहूजी महाराज जयंती पर अखिलेश यादव ने लिया यह संकल्प

by up80.online
June 27, 2025
0

यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ समाजवादी पार्टी प्रदेश मुख्यालय में गुरुवार को लखनऊ में छत्रपति शाहूजी महाराज की...

उपेंद्र कुशवाहा ने राजीव जायसवाल को दी बड़ी जिम्मेदारी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने किया संगठन विस्तार

उपेंद्र कुशवाहा ने राजीव जायसवाल को दी बड़ी जिम्मेदारी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने किया संगठन विस्तार

June 25, 2025
reservation

छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर कानपुर महासम्मेलन

June 25, 2025
प्रख्यात दंत चिकित्सक डॉ. शेषनाथ तिवारी को भावभीनी श्रद्धांजलि

प्रख्यात दंत चिकित्सक डॉ. शेषनाथ तिवारी को भावभीनी श्रद्धांजलि

June 23, 2025
teachers

69000 शिक्षक भर्ती मामले में पीएम मोदी को पत्र लिखेंगे अखिलेश यादव

June 21, 2025

About Us

लोकतांत्रिक देश में मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता है। मीडिया का मुख्य कार्य जनसरोकार से जुड़ी खबरों को आम जनता तक पहुंचाना है, ताकि आम जनता उन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सके। इसके अलावा सरकार की किसी भी योजना का आम जनता को कितना लाभ मिल रहा है, उसके जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र में आम जनता की समस्याओं का निराकरण कैसे करते हैं। लोकतंत्रिक देश में जनप्रतिनिधि अपनी जनता की अपेक्षाओं पर कितना खरा उतरते हैं। ये सभी जानकारी आपको www.up80.online पर मिलेंगी।

Follow us on social media:

Trending

शाहूजी महाराज जयंती पर अखिलेश यादव ने लिया यह संकल्प

उपेंद्र कुशवाहा ने राजीव जायसवाल को दी बड़ी जिम्मेदारी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने किया संगठन विस्तार

छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर कानपुर महासम्मेलन

प्रख्यात दंत चिकित्सक डॉ. शेषनाथ तिवारी को भावभीनी श्रद्धांजलि

69000 शिक्षक भर्ती मामले में पीएम मोदी को पत्र लिखेंगे अखिलेश यादव

ईरान और इज़राइल में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस निकाले सरकार

Others Links

  • Contact
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • About
  • Advertise
  • Contact

Copyright © 2019 up80.online

No Result
View All Result
  • Home
  • देश
  • राजनीति
  • विदेश
  • बिहार
  • यूपी
  • वीडियो
  • दिल्ली

Copyright © 2019 up80.online

error: Content is protected !!