यूपी 80 न्यूज़, मऊ/लखनऊ
मऊ जनपद को उसकी पुरानी पहचान एक बार फिर मिलने जा रही है। मऊ में नया विश्व स्तरीय औद्योगिक संकुल स्थापित होने जा रहा है। मऊ जिला औद्योगिक विकास की मुख्यधारा से जुड़ने जा रहा है। वर्षों से बंद पड़ी परदहा कॉटन मिल की 85 एकड़ ज़मीन पर औद्योगिक संकुल का विकास होगा।
मंत्री एके शर्मा ने कहा कि यह मऊ ज़िले के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है कि मऊ जिले की पहचान कही जाने वाली परदहा कॉटन मिल और स्वदेशी कॉटन मिल थी जो कि पहले की सरकारों की उपेक्षा का शिकार होकर कई वर्षों से बंद पड़ी थीं। परदहा कॉटन मिल की 85 एकड़ ज़मीन पर औद्योगिक संकुल के विकास के लिए कई महीनों से राज्य सरकार में विविध स्तर पर प्रयास किया गया। अब इसकी सारी औपचारिकता पूर्ण हो गई है। लगभग 48 करोड़ रुपये के खर्च से एक भव्य औद्योगिक पार्क (एमएसएमई क्लस्टर) बनाने की मंज़ूरी सरकार ने दे दी है। इस ज़मीन पर 8.5 करोड़ रुपये की देनदारी को भी सरकार ने माफ़ कर दिया है।
मंत्री श्री शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गुरूवार को इस पार्क का ऑनलाइन शिलान्यास करने के लिए आभार व्यक्त किया है।
बता दें कि निकाय चुनाव 2023 के दौरान आयोजित जनसभा को संबोधित करने मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी मऊ पहुंचे थे।
बता दे कि 1960-70 के दशक में मऊ टेक्सटाइल और बुनाई का केंद्र हुआ करता था। समयांतर में 1959 में स्वदेशी कॉटन मिल की स्थापना हुई थी। उसी के आसपास परदहा में एक कताई मिल की भी शुरुआत हुई, जो कि पिछले कई वर्षों से बंद पड़ी है। इन दोनों कताई मीलों ने हजारों लोगों को रोजगार दिया था। वर्तमान में परदहा में लगभग 85 एकड़ जमीन थी जो आज अनुपयोगी पड़ी है। वहीँ स्वदेशी मिल के पास भी 25 एकड़ जमीन है।