यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव Uttar Pradesh Municipal election में बीजेपी BJP ने प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों पर कब्जा जमा लिया, लेकिन कई मंत्री अपना वार्ड और पालिका अथवा नगर पंचायत नहीं बचा पाये। नगर पालिका में 199 सीटों में से मात्र 94 सीटें बीजेपी व उसके सहयोगी दलों के खाते में गई हैं। कई जगहों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी को कई ऐसे वार्ड में हार का सामना करना पड़ा है, जहां योगी सरकार के मंत्री संबंध रखते थे।
पार्टी में यदि समीक्षा हुई तो बात जरूर उठेगी। योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी Nand Gopal Nandi के वार्ड में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। नंद गोपाल नंदी के वार्ड संख्या 80 मोहित्समगंज में भाजपा प्रत्याशी विजय वैश्य चुनाव हार गए हैं। वे तीसरे स्थान पर रहे। ठाकुरदीन जूनियर हाईस्कूल के दोनों बूथ पर बीजेपी हारी है। यहां पर नंदी की पत्नी निवर्तमान मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने वोट डाला था। आगरा नगर निगम में बीजेपी का बुरा हाल रहा। यहां पर उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय Yogendra Upadhyay के धाकरान वार्ड 76 में, नगर निगम चुनाव के संयोजक विधायक डॉ. जीएस धर्मेश के वार्ड 19 में, राज्यसभा सांसद हरिद्वार दुबे के वार्ड 24 में बीजेपी कैंडिडेट्स को हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा जिलाध्यक्ष गिर्राज सिंह कुशवाहा के पुत्र अमरेश भी नगला पदी वार्ड नंबर 73 से चुनाव नहीं जीत पाए।
उद्यान राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह Dinesh Pratap Singh के गृह जिले रायबरेली में भी भाजपा की हार हुई है। रायबरेली नगर पालिका परिषद में अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के शत्रोहनलाल सोनकर चुनाव जीते हैं। चिकित्सा राज्यमंत्री मंयकेश्वर शरण सिंह के निर्वाचन क्षेत्र तिलोई की नगर पालिका जायस में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। यहां एक दशक बाद कांग्रेस ने शानदार वापसी की है। मथुरा में गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी Minister Lakshmi Narayan Chaudhary के छाता विधानसभा क्षेत्र में नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर बीजेपी हार गई है।
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण के निर्वाचन क्षेत्र कन्नौज, राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख के रामपुर नगर पालिका परिषद में भी भाजपा हरा गई। एटा में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल के संसदीय क्षेत्र जलेसर में बीजेपी कैंडिडेट को हार का सामना करना पड़ा है। माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गुलाब देवी के गृह जिले संभल की तीन में से दो नगर पालिका में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।
बाराबंकी खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा का गृह जनपद है। वहाँ शहर मुख्यालय की नगर पालिका परिषद में सपा की शीला सिंह ने लगातार दो बार से भाजपा के कब्जे मे रही चेयरमैन की कुर्सी छीन ली। इतना ही नहीं मंत्री के विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नवगठित नगर पंचायत रामसनेहीघाट मे भी बीजेपी नही जीत पाई,बल्कि निर्दल के कब्जे में चली गई।
आजमगढ़ मंडल में कमल मुरझाया:
आजमगढ़ मंडल के तीनों जनपदों आजमगढ़, मऊ और बलिया में भाजपा को निराशा हाथ लगी है। आजमगढ़ जनपद में भाजपा को एक, मऊ में भाजपा को दो और बलिया जनपद में भाजपा को 17 में से महज 5 सीटों पर जीत मिली है। बलिया से योगी सरकार में दो मंत्री दयाशंकर सिंह व दानिश आजाद हैं।
इसी तरह, पूर्वांचल की मऊ जनपद की नगर पालिका की सीट भाजपा हार गई है। यहां से बसपा के अरशद जमाल अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। मऊ जनपद में भाजपा को मात्र दो सीटों घोसी व दोहरीघाट में ही जीत हासिल हुई है। मजे की बात यह है कि मऊ से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी एवं योगी सरकार के नगर विकास व ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा AK Sharma आते हैं। अरविंद शर्मा ने जनपद में कमल खिलाने के लिए काफी मेहनत की थी। लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी।