यूपी में होता है देश के 60 परसेंट मोबाइल का निर्माण
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2023 UPGIS 2023 का उद्घाटन किया। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के उदघाटन समारोह के अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती अपने सांस्कृतिक वैभव, गौरवशाली इतिहास और समृद्ध विरासत के लिए जानी जाती है। राज्य की क्षमताओं का उल्लेख करते हुए,प्रधानमंत्री PM Narendra Modi ने कहा कि 5-6 साल में उत्तर प्रदेश ने एक नई पहचान बनाई है। अब उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh सुशासन, बेहतर कानून व्यवस्था, शांति और स्थिरता के लिए जाना जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा, “धन सृजित करने वालों के लिए यहां नए अवसर बनाए जा रहे हैं”।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बहुत जल्द यूपी 5 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों वाले एकमात्र राज्य के रूप में जाना जाएगा। फ्रेट कॉरिडोर राज्य को सीधे महाराष्ट्र के समुद्री तट से जोड़ेगा। प्रधानमंत्री ने ‘कारोबार में आसानी’ सुनिश्चित करने के लिए यूपी में सरकार की सोच में सार्थक बदलाव आने का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज उत्तर प्रदेश आशा और प्रेरणा का स्रोत बन गया है। उन्होंने रेखांकित किया कि जैसे भारत वैश्विक मंच पर एक उज्ज्वल देश के रूप में उभरा है, वैसे ही यूपी भी देश के लिए एक उज्ज्वल राज्य बन गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का प्रत्येक नागरिक विकास के पथ पर चलना चाहता है और आने वाले समय में एक ‘विकसित भारत’ देखना चाहता है।
प्रधानमंत्री ने राज्य में मौजूद पारंपरिक और आधुनिक एमएसएमई के जीवंत नेटवर्क का उल्लेख किया, भदोही और वाराणसी के रेशम का उदाहरण दिया, जिसने यूपी को भारत का वस्त्र केंद्र बना दिया है।
यूपी में बनते हैं 60 फीसदी मोबाइल:
उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा मोबाइल कल-पुर्जों के साथ, भारत के 60 प्रतिशत मोबाइल फोन यूपी में निर्मित होते हैं। उन्होंने इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि देश के दो रक्षा कॉरिडोर में से एक यूपी में विकसित हो रहा है। प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना को भारत-निर्मित रक्षा प्रणाली और प्लेटफार्म प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में डेयरी, कृषि, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र से जुड़े अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां निजी क्षेत्र की भागीदारी अभी भी सीमित है।
प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए इनपुट से लेकर कटाई के बाद के प्रबंधन तक एक निर्बाध व आधुनिक प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि छोटे निवेशक एग्री-इंफ्रा फंड का इस्तेमाल कर सकते हैं। फसल विविधीकरण, किसानों को अधिक संसाधन और लागत कम करने पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक खेती पर ध्यान केंद्रित करने पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यूपी में गंगा के दोनों किनारों के 5 किमी तक प्राकृतिक खेती शुरू हो गई है।
उन्होंने बताया कि यूपी सरकार ने आने वाले वर्षों में 100 इनक्यूबेटर और तीन अत्याधुनिक केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य रखा है, जो प्रतिभाशाली और कुशल युवाओं का एक बड़ा वर्ग तैयार करेंगे। उन्होंने निवेशकों और उद्योगपतियों से और अधिक समय बर्बाद न करने और देश की समृद्धि का हिस्सा बनने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा, भारत की समृद्धि में विश्व की समृद्धि निहित है और समृद्धि की इस यात्रा में आपकी भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री, विदेशी गणमान्य व्यक्ति और उद्योग जगत के प्रतिनिधि उपस्थित थे।