राजेश अग्रहरि, मीरजापुर
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले जनता का वोट लेने के लिए प्रदेश भर में बड़े पैमाने पर शिलान्यास किए गए, लेकिन इनमें से कई योजनाएं ऐसी हैं, जो आज भी पूरा होने का इंतजार कर रही हैं। जनपद मिर्जापुर Mirzapur के विकास खंड जमालपुर Jamalpur के ग्राम पंचायत-बेलखरा में भी एक शिलापट्ट Foundation stone लगाया गया है। जिस पर एक किलोमीटर लम्बे मार्ग के निर्माण की अनुमानित लागत लगभग 36.86 लाख रुपए लिखा गया है और इसका शिलान्यास किये हुए लगभग डेढ़ साल से भी ज्यादा हो गया है, लेकिन अभी तक इस मार्ग पर कुछ भी काम नहीं हुआ है।
लगभग पंद्रह वर्ष पूर्व निर्मित यह मार्ग काफी जर्जर हालत में है, इस पर लोगों का आना जाना बहुत मुश्किल हो गया है। अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर के महीने में जब अहरौरा बांध का जलस्तर कम हो जाता है। तब बांध की तलहटी में सब्जी, मटर आदि की खेती वहां के किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर की जाती है और उन खेतों तक आने-जाने का एक मात्र यही रास्ता है, जो काफी उबड़-खाबड़ है, जिससे किसानों को अपनी उपज को मंडी तक लाने ले जाने में काफी कठिनाई हो रही है। कुछ लोगों का कहना है कि इस मार्ग का निर्माण वन विभाग एवं ग्राम सभा के बीच जमीन के मालिकाना हक के विवाद में फंस गया है, इसलिए इसका निर्माण नहीं हो सका।

शिलान्यास होने के बावजूद भी समय से सड़क का निर्माण नहीं होने से बांध की तलहटी में खेती करने वाले किसानों एवं यहां के निवासियों के आवागमन की कठिनाई को देखते हुए अन्न दाता मंच के संयोजक चौधरी रमेश सिंह सहित सुजींदर सिंह, नसीम, सुनील कुमार, पिंटू चौहान, शैलेन्द्र सिंह, रोजन अली, श्याम नारायण, राजु, अशोक कुमार, सुशीला वर्मा, होरी लाल, विजय सिंह, शिवकुमार साहनी आदि लोगों द्वारा सड़क के निर्माण को अतिशीघ्र पूरा करने की मांग की गई।
