मान्यवर कांशीराम की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए बसपा की मुखिया ने एक बार फिर इस नारा को बुलंद किया
लखनऊ, 9 अक्टूबर
‘वोट हमारा-राज तुम्हारा नहीं चलेगा’। नब्बे के दशक में उत्तर भारत के गरीब, दलित, अन्य पिछड़ों के बीच लोकप्रिय यह नारा उत्तर प्रदेश के सत्ता संघर्ष में एक बार फिर गूंजेगा। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कांशीराम की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें याद करते हुए इस नारा के जरिए अपने समर्थकों को एकजुट होने का आह्वान किया।
बुधवार को कांशीराम की पुण्यतिथि के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांशीराम के लोकप्रिय नारा ‘वोट हमारा-राज तुम्हारा’ नहीं चलेगा“ के जरिए उन्हें याद किया। मायावती ने कांशीराम के सपनों को साकार करने का संकल्प लिया।
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बता दें कि 90 के दशक में समाज के निचले तबके को जगाने के लिए कांशीराम अपने भाषण में इस लोकप्रिय नारा के जरिए लोगों को संबोधित करते थे। कांशीराम के इस नारा का समाज के गरीब, दलित, अन्य पिछड़ा वर्ग समाज पर खासा असर पड़ा और ये समाज कांशीराम के नेतृत्व में गोलबंद हुआ।
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पिछले 8 सालों से सत्ता से दूर बीएसपी की मुखिया मायावती इस नारा के जरिए अपने समर्थकों को एकजुट करने की रणनीति बना रही हैं। 2012 की प्रचंड जीत के बाद बसपा को लगातार हार ही मिलती रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बसपा को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली। इसी तरह वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा को बुरी तरह से हार मिली। ये अलग बात है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा व आरएलडी के साथ गठबंधन में पांच सीटों पर जीत हासिल हुई। इसकी मुख्य वजह बसपा से उसके वोटरों का छिटक जाना है। अत: अपने वोटरों को फिर से एकजुट करने के लिए बसपा के रणनीतिकार अपनी रणनीति पर फिर से मंथन शुरू कर दिए हैं।