बलिराम सिंह, लखनऊ
आओ ये संकल्प उठाए,
पर्यावरण को नष्ट होने से बचाएं।
स्वयं भी जाग्रत हो,
और लोगों में भी चेतना जगाए।
देकर नवजीवन इस प्रकृति को,
इसका अस्तित्व बचाएं।
जल ही जीवन है धरती पर,
इसकी हर एक बूंद बचाएं।
संरक्षित कर इसको,
अपना भविष्य बचाएं।
वृक्ष नहीं कटने पाएं,
हरियाली न मिटने पाए।
लेकर एक नया संकल्प,
हर एक दिन नया वृक्ष लगाएं।
जंगलों की अंधाधुंध कटाई से बढ़ते तापमान और गिरते जलस्तर से हो रहे प्राकृतिक बदलाव के प्रति संवेदनशील युवा सामाजिक कार्यकर्ता प्रतिवेंद्र सिंह पटेल पर यह कविता पूर्णत: सटिक बैठती है। प्रतिवेंद्र सिंह पटेल ने अपने पारिवारिक कार्यक्रम में सामाजिक बदलाव का नया संदेश दिया है।
लखनऊ में वर्ल्ड एनवायर्नमेंट डे (5 जून) के अवसर पर प्रतिवेंद्र सिंह पटेल ने अपने सगाई समारोह में एक अनूठा और सराहनीय कार्य किया है। समाजसेवा एवं तकनीकी क्षेत्र में सक्रिय प्रतिवेंद्र पटेल और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ीं नैंसी वर्मा के सगाई समारोह में पारंपरिक रीति-रिवाज़ों के साथ सामाजिक सरोकारों का सुंदर समन्वय देखने को मिला।
युगल जोड़ा ने इस अवसर पर हर आमंत्रित अतिथि को एक पौधा भेंट कर पर्यावरण-संरक्षण के प्रति जागरूक करने का अतिसराहनीय कार्य किया। इस आधुनिक युग में यह कदम अत्यंत प्रेरणादायक है और नई पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है।
विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति:
इस समारोह की गरिमा को और अधिक प्रभावशाली बनाया उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रेखा वर्मा, पूर्व राज्यमंत्री रामलखन पटेल तथा अपना दल के राष्ट्रीय महासचिव, सचिव एवं प्रदेश अध्यक्ष आर. पी. गौतम जी की उपस्थिति ने।
प्रतिवेंद्र पटेल ने अपने वक्तव्य में कहा:
“हमारी यह पहल सिर्फ हमारे जीवन का एक निजी क्षण नहीं, बल्कि समाज और पर्यावरण के प्रति हमारी सहभागिता का भी प्रतीक है।””
नैंसी वर्मा ने कहा:
“शिक्षा केवल कक्षा तक सीमित नहीं रहना चाहिए। यह जीवन के हर पहलू में झलकना चाहिए — और यह समारोह उसी विचार का विस्तार है।”
परिवारजनों, घनिष्ठ मित्रों और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में संपन्न यह समारोह यह सिद्ध करता है कि एक छोटी पहल भी बड़े बदलाव की शुरुआत बन सकती है।
पढ़ते रहिए यूपी80 न्यूज: अनाज और नौकरशाह दोनों पैदा करते हैं ‘तेरवां दहिगवां’ के किसान
पढ़ते रहिए: कैसे पहुंचे डाकू अंगुलीमाल की गुफा श्रावस्ती