सरकार की अनेक कोशिशों के बावजूद दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं किसान
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
कृषि कानून के खिलाफ “दिल्ली चलो” अभियान को सफल बनाने के लिए दिल्ली के चारों ओर राजमार्गों पर किसानों का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है। किसान संगठन एआईकेएससीसी, आरकेएमएस, बीकेयू (रजेवाल), बीकेयू (चडूनी) व अन्य किसान संगठनों ने भारत सरकार से किसानों की समस्याओं को तत्काल हल करने की अपील की है। सरकार की अनेक कोशिशों के बावजूद किसान दिल्ली की ओर लगातार आगे बढ़ते जा रहे हैं।
किसानों के संयुक्त मोर्चे ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा किसानों पर बर्बर दमन की कड़ी निंदा की है। उत्तराखंड के किसान भी बड़ी संख्या में यूपी में धरनारत हैं। इन किसानों को यूपी पुलिस उन्हें दिल्ली की ओर आगे नहीं बढ़ने दे रही है।
जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक अविक साहा ने कहा है कि जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं होगी, तब तक किसान दिल्ली में ही रुकने के लिए प्रतिबद्ध हैं। किसान यहां अपनी मांगें पूरी कराने आए हैं। सरकार को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।
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रद्द किए जाएं कृषि कानून:
किसान संगठनों की मांग है कि तीन कृषि कानून व बिजली बिल 2020 को रद्द किया जाए। ये कानून ना केवल सरकारी खरीद व एमएसपी को समाप्त कर देंगे, बल्कि पूरी खेती के काम को भारतीय व विदेशी कंपनियों द्वारा ठेका खेती में शामिल करा देंगे। इससे किसानों की जमीन पंजूपतियों के हाथों में चली जाएगी। उनकी सम्मानजक जीविका समाप्त हो जाएगी।
ठेका खेती से कर्जदारी व जमीन की बिक्री बढ़ जाएगी। राशन व्यवस्था को बर्बाद कर देंगे। खाने की कीमतों से नियंत्रण समाप्त करा देंगे, कालाबाजारी को बढ़ावा देंगे और खाद्यान्न सुरक्षा को समाप्त कर देंगे।