बसपा सुप्रीमो मायावती, प्रियंका गांधी, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने घटना की निंदा की, 19 जुलाई को पीड़ितों से मिलने आजमगढ़ आएंगे चंद्रशेखर
यूपी80 न्यूज, आजमगढ़/लखनऊ
अगले सात महीने बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। चुनाव के ऐन मौके पर पुलिस पर आजमगढ़ के रौनापार क्षेत्र स्थित पलिया गांव में दलित परिवार घर ढहाए जाने का बड़ा आरोप लगा है। इस मामले को लेकर योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। इस घटना की बसपा सु्प्रीमो मायावती, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण एवं सपा के पदाधिकारियों ने निंदा की है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने की निंदा:
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी की है,
“आजमगढ़ पुलिस द्वारा पलिया गांव के पीड़ित दलितों को न्याय देने की बजाय उन पर ही अत्याचारियों के दबाव में आकर खुद भी जुल्म ज्यादती करना व उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाना अति-शर्मनाक। सरकार इस घटना का शीघ्र संज्ञान लेकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई व पीड़ितों की आर्थिक भरपाई करे।
साथ ही, अत्याचारियों व पुलिस द्वारा भी दलितों के उत्पीड़न की इस ताजा घटना की गंभीरता को देखते हुए बीएसपी का एक प्रतिनिधिमंडल पूर्व विधायक गया चरण दिनकर के नेतृत्व में पीड़ितों से मिलने शीघ्र ही गांव का दौरा करेगा।”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस घटना की निंदा करते हुए पीड़ित परिवारों के लिए न्याय की मांग की है। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर कहा है,
“आजमगढ़, रौनापार के पलिया गांव में यूपी पुलिस द्वारा दलित परिवारों पर हमला करने की खबर आ रही है। वहां कई मकानों को तोड़ा गया, सैकड़ों पर मुकदमा दर्ज किया। यह सरकारी अमले की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है। तत्काल दोषियों के ऊपर कार्यवाही हो और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए।”
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आएंगे गांव:
चंद्रशेखर रावण ने कहा है कि हम अपनी मां-बहनों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी मांग है कि रौनापार एसएचओ सहित थाने के सभी दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर उनपर एफआईआर दर्ज की जाए और मुन्ना पासवान को घर तोड़ने के एवज में 5 करोड़ की क्षतिपूर्ति दी जाए। उन्होंने घोषणा की है कि वह 19 जुलाई को पीड़ितों से मिलने आजमगढ़ आ रहे हैं।
धरने पर महिलाएं:
इस मामले में शनिवार से गांव की महिलाएं पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ गांव में धरना पर हैं। महिलाओं के धरने को जिला कांग्रेस कमेटी ने अपना समर्थन दिया है। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, सपा के दिवंगत नेता एवं पूर्व मंत्री घूरा राम के पुत्र संतोष राम ने भी घटना की निंदा की है और पीड़ितों को न्याय देने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार पलिया गांव में कुछ दिन पहले दो पक्षों में छेड़खानी को लेकर विवाद हुआ था। विवाद को सुलझाने गए पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों के बीच मारपीट हुई थी। इस मामले में एक दर्जन से ज्यादा नामजद और 100 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। हालांकि बताया जा रहा है कि इस मामले में एक पुलिसकर्मी भी घायल है।