सीएम योगी ने मुरादाबाद की घटना का लिया संज्ञान, दोषियों से राजकीय संपत्ति के नुकसान की होगी भरपायी
लखनऊ, 15 अप्रैल
कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले में मुरादाबाद के हॉटस्पॉट नवाबपुरा में संदिग्धों को क्वारैंटाइन के लिए ले जाते समय पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हुए हमला पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कड़ी नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री ने ऐसे दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आपदा नियंत्रण अधिनियम तथा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्यवाही की जाएगी।
कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए स्वास्थ्यकर्मचारी और पुलिसकर्मी दिन रात लगे हुए हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इनकी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं।
बता दें कि मुरादाबाद में कोरोना संक्रमण की वजह से दो लोगों की मौत के बाद यहां के हॉटस्पॉट इलाकों में स्वास्थ्य जांच तेज कर दिया है। बुधवार को मुरादाबाद के हॉटस्पॉट नवाबपुरा में गई पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों पर हुए हमले में दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और डॉ.एससी अग्रवाल नामक एक डॉक्टर बुरी तरह से घायल हो गए। इनके अलावा अन्य चिकित्साकर्मी भी चोटिल हैं। पुलिस ने इस मामले में 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। हिंसक भीड़ ने एंबुलेंस में भी तोड-फोड़ की और पथराव किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला अक्षम्य है। ऐसे दोषी लोगों के खिलाफ आपदा नियंत्रण अधिनियम तथा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्यवाही की जाएगी। दोषी लोगों द्वारा की गई राजकीय संपत्ति के नुकसान की भरपाई उनसे सख्ती से की जाएगी।
आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सदस्य विरेंद्र सचदेवा ने भी इस तरह की घटना की कड़ी निंदा की है। दिल्ली बीजेपी के मीडिया सह-संयोजक हरिहर रघुवंशी ने मुरादाबाद की घटना पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा है कि यह कायराना हमला केवल डॉक्टर, नर्स व पुलिस पर नहीं है, बल्कि लोकतंत्र पर हमला है। अब समय आ गया है कि हमला करने वाले लोगों को उनकी भाषा में ही उन्हें उचित जवाब दिया जाए।













