पंचायत चुनाव में बेहतर प्रदर्शन न करने वाले व विवादित मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी
यूपी80 न्यूज, लखनऊ/नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा से महज 9 महीने पहले योगी मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल को लेकर एक बार फिर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक अटकलों का बाजार गर्म है। पंचायत चुनाव में भाजपा को मिली हार, कोरोना से तीन मंत्रियों के निधन के बाद रिक्त पद, किसान आंदोलन और प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को केंद्र में रखते हुए संघ और भाजपा एक बार फिर से योगी मंत्रिमंडल में व्यापक स्तर पर उलटफेर की तैयारी में जुट गए हैं।
रविवार को दिल्ली में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ अहम बैठक हुई है। बैठक में प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल, संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय हसबोले भी शामिल थे। बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति एवं मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर अहम चर्चा हुई।

पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी पूर्व नौकरशाह एवं विधान परिषद सदस्य अरविंद कुमार शर्मा का पीएम मोदी और सीएम योगी से मुलाकात ने फेरबदल की इस चर्चा को तूल दे दिया है। इसके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल भी दिल्ली तलब किए गए हैं। सुनील बंसल पिछले दो दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि योगी मंत्रिमंडल के फेरबदल को लेकर एक बार फिर से खिचड़ी पक रही है।

केशव प्रसाद के हाथ में जा सकती है प्रदेश की कमान:
राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर से स्वतंत्रदेव सिंह की जगह पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा शुरू हो गई है। इसके अलावा आधा दर्जन से ज्यादा मंत्रियों की कुर्सी जा सकती है। ये वो मंत्री हैं, जो सदैव विवादों में रहते हैं अथवा जिनके जिलों में पंचायत चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। इनकी जगह पर नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। इनमें पूर्व आईएएस अधिकारी व विधान परिषद सदस्य अरविंद कुमार शर्मा का नाम सबसे ऊपर है।
